अगर आप सोच रहे हैं कि निवेश कैसे शुरू करें, कौन सा म्युचुअल फंड आपके लिए सही है, या अपने पैसों को समझदारी से बढ़ाना कैसे सीखें—तो आपके लिए एक अच्छी खबर है। रिलायंस और ब्लैकरॉक की साझेदारी वाली कंपनी जिओ ब्लैकरॉक को अब SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) से इन्वेस्टमेंट एडवाइज़र (निवेश सलाहकार) के रूप में काम करने की मंजूरी मिल गई है।
यह मंजूरी 10 जून 2025 को मिली, और इसके साथ ही यह जॉइंट वेंचर भारत के वित्तीय बाजार में एक बड़ा खिलाड़ी बन गया है।
पहले म्युचुअल फंड, अब सलाहकार सेवा
कुछ हफ़्ते पहले ही, जिओ ब्लैकरॉक को भारत में म्युचुअल फंड कारोबार शुरू करने की अनुमति मिल चुकी है। अब, निवेश सलाहकार का लाइसेंस मिलने के बाद, यह कंपनी दोनों तरफ से मजबूत हो गई है—एक तरफ फंड मैनेजमेंट, दूसरी तरफ पर्सनल फाइनेंशियल गाइडेंस।
जिओ की डिजिटल पहुँच और ब्लैकरॉक की इंटरनेशनल फाइनेंशियल समझ के साथ, यह जोड़ी अब हर भारतीय को आसान, भरोसेमंद और स्मार्ट निवेश का रास्ता देने जा रही है।
कौन हैं टीम में?
इस वेंचर की टीम भी काफी दमदार है।
- अमित भोसले – चीफ़ रिस्क ऑफिसर
- अमोल पाई – चीफ़ टेक्नोलॉजी ऑफिसर
- बिराज त्रिपाठी – हेड ऑफ प्रोडक्ट
- मार्क पिलग्रम – सलाहकार सेवा प्रमुख
- सिड स्वामीनाथन – म्युचुअल फंड CEO
इन सबका फोकस है एक ऐसा प्लेटफ़ॉर्म बनाना जो टेक्नोलॉजी से चलने वाला हो, लेकिन भारतीय निवेशकों की ज़रूरतों को ध्यान में रखे।
डिजिटल प्लेटफॉर्म, फिजिकल पेपरवर्क नहीं
जिओ ब्लैकरॉक पारंपरिक फाइनेंस कंपनी की तरह शाखाएँ खोलने पर फोकस नहीं कर रहा। इसकी पूरी रणनीति डिजिटल है—जहां आप मोबाइल ऐप या वेबसाइट के ज़रिए सलाह ले सकें, फंड खरीद सकें और अपने पैसे की प्रगति देख सकें।
ब्लैकरॉक की AI-आधारित Aladdin सिस्टम जैसी टेक्नोलॉजी भारत में पहली बार इतने बड़े स्तर पर इस्तेमाल होगी।
क्या-क्या लॉन्च होने वाला है?
कंपनी ने अभी SEBI को दो स्कीमें लॉन्च करने के लिए डॉक्युमेंट्स भेजे हैं:
- लिक्विड फंड
- मनी मार्केट फंड
ये दोनों कम-जोखिम वाले विकल्प हैं, जो उन लोगों के लिए हैं जो शुरुआत करना चाहते हैं या जिनके पास थोड़े समय के लिए एक्स्ट्रा पैसा है।
आने वाले महीनों में इक्विटी, बैलेंस्ड और गोल-बेस्ड फंड्स भी लॉन्च होने की उम्मीद है।
आपके लिए क्यों ज़रूरी है?
अगर आप नौकरी करते हैं, अपना स्टार्टअप चला रहे हैं, या कॉलेज के बाद पहली बार निवेश की सोच रहे हैं—तो जिओ ब्लैकरॉक आपके लिए बहुत कुछ आसान बना सकता है।
छोटे निवेश से लेकर बड़े गोल्स तक, यह प्लेटफ़ॉर्म ऐसा हो सकता है जो आपके हर फाइनेंशियल फैसले में मदद करे। और वो भी बिना किसी भारी फीस या जटिल शब्दों के।
निष्कर्ष: यह सिर्फ शुरुआत है
SEBI की यह दोहरी मंजूरी—म्युचुअल फंड और निवेश सलाहकार—भारत के फाइनेंस सेक्टर में एक नया दौर शुरू कर सकती है। जिओ ब्लैकरॉक की एंट्री से निवेश सिर्फ “बड़े लोगों की चीज़” नहीं रह जाएगी, बल्कि एक स्मार्ट आदत बन सकती है जो हर युवा और प्रोफेशनल के लिए फायदेमंद हो।
अब अगली बार जब आप इंस्टाग्राम पर स्क्रॉल कर रहे हों, या UPI से पेमेंट कर रहे हों—ध्यान रखिए, आपकी अगली इन्वेस्टमेंट सिर्फ एक टैप दूर हो सकती है।