आचार्य डॉ. लवभूषण: एक सेलिब्रिटी ऐस्ट्रोलॉजर और वास्तु एक्सपर्ट जो एस्ट्रोलॉजी और वास्तु को आज के ज़माने के लिए बना रहे हैं फायदेमंद

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भारत में एस्ट्रोलॉजी यानी ज्योतिष हजारों सालों से हमारी संस्कृति का हिस्सा रही है। पहले लोग ग्रह-नक्षत्रों की मदद से अपने जीवन के फैसले लेते थे और रास्ता ढूंढ़ते थे।लेकिन जैसे-जैसे मॉडर्न लाइफ बढ़ी, वैसे-वैसे लोग एस्ट्रोलॉजी को शक की नजर से देखने लगे। उन्हें लगा कि ये साइंटिफिक नहीं है। पर अब फिर से लोग इसमें इंटरेस्ट लेने लगे हैं। आज के टाइम में जब टेक्नोलॉजी तेज़ी से बदल रही है और लाइफ बहुत स्ट्रेसफुल हो गई है, तो लोग फिर से अपनी लाइफ का मतलब समझने की कोशिश कर रहे हैं। और तभी उन्हें एस्ट्रोलॉजी फिर से काम की लगने लगी है।

आचार्य डॉ. लवभूषण, जो जयपुर में रहते हैं, ऐसे ही एक जाने-माने ऐस्ट्रोलॉजर और वास्तु एक्सपर्ट हैं। उन्होंने एस्ट्रोलॉजी और वास्तु को आज के ज़माने के हिसाब से नया रूप दिया है। वो वेदिक साइंस की नॉलेज को आसान और प्रैक्टिकल तरीके से लोगों तक पहुंचा रहे हैं। इंडिया ही नहीं, बल्कि विदेशों से भी लोग इनसे सलाह लेने आते हैं।

मास्टर वास्तु: पुराने ज्ञान और आज की ज़रूरतों के बीच का ब्रिज

आचार्य डॉ. लवभूषण के लीडरशिप में, मास्टर वास्तु एक भरोसेमंद नाम बन गया है जहाँ लोग ज्योतिष, न्यूमेरोलॉजी और इंडियन न्यूमरोस्कोप की मदद से लाइफ की सही दिशा पाते हैं। यहाँ करियर, हेल्थ, रिलेशनशिप और पर्सनल ग्रोथ जैसी चीज़ों पर पर्सनल कंसल्टेशन दी जाती है। हर सलाह इस तरह दी जाती है कि लोग अपने फैसले सोच-समझकर लें और सही दिशा में आगे बढ़ें। टेक्नोलॉजी को अपनाते हुए मास्टर वास्तु ने न्यूमेरोलॉजी के लिए अपना खुद का सॉफ्टवेयर भी बनाया है, जिससे यह साइंस आम लोगों को आसानी से समझ आए।

मास्टर वास्तु का मिशन है—लोगों को सही नॉलेज देना, गलतफहमियाँ दूर करना, और उन्हें मजबूत बनाना। यहाँ सिर्फ भविष्य नहीं बताया जाता, बल्कि लोगों को समझाया जाता है कि वो अपनी लाइफ कैसे बेहतर बना सकते हैं।

आध्यात्म और साइंस का मेल

आचार्य लवभूषण का एस्ट्रोलॉजी से जुड़ाव बचपन से ही रहा है। उनके घर में इसका अच्छा खासा असर था। वो कहते हैं, “मेरे लिए एस्ट्रोलॉजी सिर्फ भविष्य बताने का तरीका नहीं है, बल्कि लाइफ को समझने का रास्ता है।”

उन्होंने वेदिक शास्त्रों की पढ़ाई की, इंडियन न्यूमरोस्कोप में महारत हासिल की और पुराने और नए तरीकों को मिलाकर अपनी अलग स्टाइल बनाई। उनका मानना है कि टेक्नोलॉजी से पुराने ज्ञान को और ज्यादा लोगों तक पहुँचाया जा सकता है।

वो कहते हैं, “एस्ट्रोलॉजी कोई अंधविश्वास नहीं है। यह एक आजमाई हुई साइंस है जो हमारी मदद कर सकती है।”

सेवाएँ और एजुकेशनल प्रोग्राम्स

डॉ. लवभूषण और मास्टर वास्तु का मकसद है लोगों को सशक्त बनाना। उनकी खास सेवाएं हैं:

पर्सनल कंसल्टेशन

करियर, रिलेशनशिप, हेल्थ, पैसे और ग्रोथ पर खास सलाह एस्ट्रोलॉजी, वास्तु और न्यूमेरोलॉजी की मदद से

ऑनलाइन वर्कशॉप्स और कोर्सेस

  • बिगिनर कोर्स: राशि, ग्रह, और उनका असर
  • ऐडवांस्ड कोर्स: कुंडली, गोचर और प्रेडिक्शन
  • वेदिक मास्टरक्लास: दशा, उपाय और कर्म
  • मेंटल वेलनेस वर्कशॉप: मन और भावनाओं पर ज्योतिष का असर
  • सर्टिफाइड कोर्स: प्रोफेशनल बनना चाहने वालों के लिए

रिलेटेड चीज़ें जैसे रत्न, यंत्र और उपाय

पॉजिटिव एनर्जी बढ़ाने के लिए

सोशल मीडिया पर नॉलेज शेयर करना

आसान भाषा में वीडियो और पोस्ट से नॉलेज देना

वास्तु कंसल्टेशन

घर और ऑफिस को पॉजिटिव और सक्सेसफुल बनाने के लिए

न्यूमेरोलॉजी सर्विस

नंबरों से लाइफ को समझना और बेहतर बनाना

पर्सनल मेंटरशिप

जो लोग गहराई से सीखना चाहते हैं उनके लिए स्पेशल गाइडेंस

आचार्य जी कहते हैं, “एस्ट्रोलॉजी एक सफर है, जो हमें खुद को समझने और बेहतर बनाने का मौका देता है।”

उनकी ये सभी सेवाएं इसी मकसद से हैं कि पुराने ज्ञान को आज की ज़िंदगी से जोड़ा जा सके ताकि लोग एक बैलेंस और पॉजिटिव लाइफ जी सकें।

ज्योतिष का असली मतलब

आचार्य जी मानते हैं कि ज्योतिष विज्ञान, कला और अध्यात्म का मिलाजुला रूप है। वो कहते हैं, “ज्योतिष सिर्फ एक चीज़ नहीं है। इसमें वैज्ञानिक गणनाएं होती हैं, ग्रहों की चाल का अध्ययन होता है और एकदम सटीक चार्ट बनाए जाते हैं – इसलिए यह एक साइंटिफिक सिस्टम है। लेकिन इन्हें समझना, इनके मतलब निकालना एक तरह की कला है, जिसमें अनुभव, समझ और थोड़ी क्रिएटिविटी भी चाहिए।”

वो आगे कहते हैं, “ज्योतिष हमें हमारे ब्रह्मांड से जुड़े होने का एहसास कराता है। यह हमें हमारी ज़िंदगी के गहरे सवालों को समझने का तरीका देता है – कि हम कौन हैं, यहां क्यों हैं, और हमारी ग्रोथ किस तरह हो सकती है।”

इसलिए ज्योतिष ना सिर्फ एक साइंस है, बल्कि इसमें इंसान की इंट्यूशन और स्पिरिचुअल सोच भी जुड़ी होती है – जो इंसान को उसकी ज़िंदगी में समझ और सही दिशा देने का काम करती है।

सितारों की सच्चाई

ज्योतिष बहुत पुरानी विद्या है, इसलिए इसके बारे में कई गलतफहमियाँ हैं। एक आम सोच है कि ज्योतिष सिर्फ अंधविश्वास है और इसका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। आचार्य जी समझाते हैं, “ज्योतिष गणित और फिलॉसफी पर बेस्ड एक सिस्टम है, जो आसमान में चल रही हलचलों से इंसानी जीवन और घटनाओं को समझने की कोशिश करता है। यह किसी पर यकीन करने की बात नहीं है, बल्कि सदियों से देखे गए पैटर्न्स का नतीजा है।”

एक और गलतफहमी ये है कि ज्योतिष भविष्य को बिल्कुल सही-सही बता सकता है। “ज्योतिष कोई फिक्स्ड भविष्य नहीं बताता। यह सिर्फ गाइड करता है – बताता है कि कौन-कौन सी एनर्जी काम कर रही है और उसके क्या-क्या पॉसिबल रिजल्ट हो सकते हैं,” आचार्य जी कहते हैं।

इन मिथकों को तोड़ने के लिए आचार्य जी हमेशा ये बताते हैं कि ज्योतिष का इतिहास बहुत पुराना है और इसे हमारी सभ्यता का हिस्सा माना गया है। वो इसे आत्मज्ञान और पर्सनल ग्रोथ का टूल मानते हैं – जिससे इंसान खुद को अच्छे से समझ सके और अपनी लाइफ के फैसलों में क्लैरिटी पाए।

आचार्य जी की जर्नी और कामयाबी

आचार्य जी की ज़िंदगी की जर्नी और उनके संगठन की ग्रोथ काफी इंस्पायरिंग रही है। उन्होंने मेहनत और लगन से लोगों का भरोसा जीता है। एक बड़ा माइलस्टोन रहा है उनके सोशल मीडिया की ग्रोथ। “हमने एक ग्लोबल कम्युनिटी बनाई है जहाँ लोग हमारी पोस्ट्स, वास्तु टिप्स और मोटिवेशनल कंटेंट से जुड़ते हैं,” आचार्य जी बताते हैं।

बिज़नेस के मामले में भी अच्छी ग्रोथ हुई है। शुरुआत में जहां सीमित कंसल्टेशन होते थे, अब ये ऑर्गनाइज़ेशन लोगों, फैमिलीज़ और बिज़नेस क्लाइंट्स के लिए वर्कशॉप्स, ऑनलाइन कोर्स और पर्सनल सॉल्यूशन्स तक दे रहा है। जयपुर में उनका कंसल्टेशन ऑफिस भी एक बड़ा कदम था – जहां लोग आकर आराम से अपनी बात कर सकते हैं और डीटेल कंसल्टेशन ले सकते हैं।

वास्तु से जुड़ी चीजें और प्रॉडक्ट्स भी उन्होंने लॉन्च किए हैं – जैसे यंत्र, क्रिस्टल्स, आदि – जो घर और ऑफिस की एनर्जी को बैलेंस करते हैं। और साइट विजिट्स करके वास्तु चेक करने का उनका तरीका लोगों को वाकई पॉजिटिव रिज़ल्ट्स दे रहा है। एजुकेशनल कोर्स और वर्कशॉप्स के ज़रिए उन्होंने बहुत से लोगों को ज्योतिष और वास्तु से जोड़ने में मदद की है – जिससे ये प्राचीन विद्या फिर से लोगों की लाइफ में जगह बना रही है।

आधुनिक ज़िंदगी में ज्योतिष की अहमियत

पहले ज्योतिष सिर्फ एक सीमित लोगों के बीच की चीज़ मानी जाती थी, लेकिन अब ये वापस ट्रेंड में है। आचार्य जी के मुताबिक, इसकी वापसी का कारण है आज की बदलती दुनिया, टेक्नोलॉजी और लोगों की लाइफ में बढ़ती उलझनें। आज की दुनिया में जहां हर दिन कुछ नया हो रहा है – कभी हेल्थ क्राइसेस, कभी जॉब का टेंशन, तो कभी रिश्तों की उलझन – ऐसे में लोग अपने लिए क्लैरिटी और गाइडेंस ढूंढ रहे हैं।

“ज्योतिष लोगों को ये समझने में मदद करता है कि उनकी लाइफ में क्या-क्या हो रहा है और क्यों हो रहा है। ये भविष्य नहीं बताता, पर लोगों को सोचने और फैसले लेने में ताकत देता है,” आचार्य जी बताते हैं।

डिजिटल दुनिया में ज्योतिष की पहुंच और बढ़ गई है – अब हर किसी के हाथ में मोबाइल है, और ज्योतिष ऐप्स, वेबसाइट्स और सोशल मीडिया से लोग खुद को जोड़ पा रहे हैं। “इससे ज्योतिष अब सिर्फ किताबों या मंदिरों तक सीमित नहीं रह गया है – आम लोग भी इससे जुड़ रहे हैं,” वो कहते हैं।

लेकिन आचार्य जी ये भी कहते हैं कि सिर्फ ऐप या जनरल राशिफल पर भरोसा करने से ज्योतिष की असली गहराई नहीं समझी जा सकती। “ज्योतिष हर इंसान के लिए अलग होता है – उसकी कुंडली, उसकी परस्थितियाँ अलग होती हैं। इसलिए डीप कंसल्टेशन ज़रूरी होता है।”

इसीलिए वो अपने कंसल्टेशन में टेक्नोलॉजी और ट्रेडिशन का कॉम्बिनेशन इस्तेमाल करते हैं – जैसे एडवांस्ड न्यूमरलॉजी सॉफ़्टवेयर, जिससे ज्यादा पर्सनलाइज्ड और डीप इनसाइट्स मिलती हैं। आजकल वेलनेस मूवमेंट (जिसमें मेडिटेशन, माइंडफुलनेस, योग आदि आता है) के साथ ज्योतिष भी एक जरूरी हिस्सा बन गया है। ये इंसान को खुद को जानने, अपने इमोशन्स को समझने और लाइफ में बैलेंस लाने में मदद करता है।

“ज्योतिष सिर्फ भविष्य देखने का तरीका नहीं है – ये खुद को समझने, बदलने और आगे बढ़ने का रास्ता है,” आचार्य जी कहते हैं।

ज्योतिष का भविष्य

आचार्य जी के मुताबिक़, आने वाले समय में ज्योतिष वैदिक ज्ञान और आधुनिक टेक्नोलॉजी का ऐसा मेल होगा जो लोगों की ज़िंदगी को और आसान, साफ़ और समझदार बना देगा। वो मानते हैं कि ज्योतिष सिर्फ भविष्य बताने का तरीका नहीं है, बल्कि एक ऐसा टूल है जो इंसान को आत्मज्ञान, इमोशनल बैलेंस और पर्सनल ग्रोथ की ओर ले जाता है।

“ज्योतिष का असली मकसद लोगों को हिम्मत देना है, ताकि वो अपनी ज़िंदगी को समझदारी और कॉन्फिडेंस के साथ जी सकें,” आचार्य जी कहते हैं।

वो मानते हैं कि जैसे-जैसे आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और इंटरैक्टिव प्लेटफ़ॉर्म्स आगे बढ़ रहे हैं, वैसे-वैसे ज्योतिष ज़्यादा प्रिसाइज़, पर्सनल और लोगों तक पहुंचने वाला बनता जाएगा। लेकिन साथ ही यह अपनी स्पिरिचुअल जड़ों से जुड़ा भी रहेगा। आज की तेज़ रफ्तार ज़िंदगी में ज्योतिष सिर्फ पैसों या करियर की बात नहीं करता – यह इमोशनल और स्पिरिचुअल हेल्थ में भी गाइड करता है।

आचार्य जी कहते हैं कि ज़रूरी है हम वैदिक ज्योतिष की गहराई को बनाए रखें, लेकिन उसे आज की ज़रूरतों के हिसाब से ढालें भी। वो ध्यान, मेडिटेशन और आत्मचिंतन जैसे तरीकों को ज्योतिष से जोड़कर एक होलिस्टिक तरीका अपनाते हैं। अपने वर्कशॉप्स, सेमिनार्स और कंसल्टेशन के ज़रिए वो लोगों को जागरूक करते हैं, ग़लतफ़हमियाँ दूर करते हैं और बताते हैं कि ज्योतिष सही गाइडेंस कैसे दे सकता है।

“ज्योतिष का भविष्य इसी में है – कि वो अपने रूट्स से जुड़ा रहे और साथ ही लोगों को उनकी लाइफ की कॉस्मिक एनर्जी से जोड़ता रहे,” वो कहते हैं। लोगों को अपनी चुनौतियों को समझने, अपने मकसद को खोजने और सोच-समझ कर फ़ैसले लेने की ताकत देकर आचार्य जी इस विद्या को नए ज़माने में आगे ले जा रहे हैं।

लीडरशिप मंत्रा

जो लोग ज्योतिष में दिलचस्पी रखते हैं या इस फील्ड में आना चाहते हैं, उनके लिए आचार्य जी की सलाह है:

“अगर आप ज्योतिष सीखना चाहते हैं, तो उसे नम्रता, धैर्य और दूसरों की मदद करने की भावना के साथ शुरू करें। सही और भरोसेमंद किताबों से शुरुआत करें। राशियों और ग्रहों के बेसिक सिद्धांतों को अच्छे से समझें कि वो इंसानी जीवन को कैसे प्रभावित करते हैं। रोज़ प्रैक्टिस करें और सहानुभूति व इंट्यूशन को बढ़ाएं – यही एक अच्छे ज्योतिषी की पहचान है।”

वो आगे कहते हैं, “टेक्नोलॉजी को टूल की तरह इस्तेमाल करें, लेकिन ये सिर्फ सहारा है – इसकी जगह गहरी स्टडी कभी नहीं ले सकती। सबसे ज़रूरी बात – ज्योतिष को एक पवित्र ज़िम्मेदारी की तरह देखें। इसे लोगों को डराने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें सशक्त करने के लिए इस्तेमाल करें। अगर आप ईमानदारी और समर्पण से काम करेंगे, तो ये विद्या आपकी भी ज़िंदगी बदलेगी और दूसरों की भी।”

आख़िरी बातें

आचार्य जी ज्योतिष को एक ऐसी विद्या मानते हैं जो इंसान को सबसे मुश्किल वक्त में भी क्लैरिटी और ताकत देती है। वो कहते हैं कि ज्योतिष किस्मत बताने के लिए नहीं है, बल्कि ये ब्रह्मांड की उन एनर्जी को समझने का तरीका है जो हमारी ज़िंदगी को प्रभावित करती हैं – और उस समझ से हम अपने फैसले बेहतर बना सकते हैं।

“ज्योतिष हमें सिखाता है कि कोई भी दौर – चाहे अच्छा हो या बुरा – हमेशा नहीं रहता। ये मुश्किलों के पीछे के सबक दिखाता है और हमें हिम्मत देता है कि हम उनसे कुछ सीखें,” आचार्य जी कहते हैं।

जो लोग कठिन समय से गुज़र रहे हैं, उनके लिए आचार्य जी दशा और गोचर (transit) को समझने की सलाह देते हैं – क्योंकि इससे यह पता चलता है कि कौन सा वक्त क्या संदेश लेकर आया है। और साथ में बताए गए उपाय – जैसे मंत्र जाप, रत्न पहनना या आध्यात्मिक प्रैक्टिस – हमारी एनर्जी को संतुलित कर सकते हैं।

हालांकि वो यह भी साफ़ कहते हैं कि ग्रह हमारी राह दिखा सकते हैं, पर हमारी किस्मत पूरी तरह तय नहीं करते। “ग्रोथ के लिए खुद की मेहनत ज़रूरी है,” वो कहते हैं।

जो लोग अभी भी ज्योतिष को लेकर शक में हैं, उनके लिए वो यही सुझाव देते हैं – ओपन माइंड से इसे समझें। उनके मुताबिक़, ज्योतिष विज्ञान और अध्यात्म के बीच का पुल है – जो हमें खुद की समझ और जीवन की दिशा देता है। यह अंधविश्वास नहीं है, बल्कि अनुभव से जुड़ी एक पर्सनल गाइडेंस है।

अपनी मेहनत और नीयत से आचार्य जी इस विद्या की सच्चाई को कायम रख रहे हैं – ताकि ज्योतिष लोगों को उनकी ज़िंदगी के असली मकसद से जोड़ता रहे और उन्हें सही फैसले लेने की ताकत देता रहे।

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