Davidson PR & Communications: ब्रांड कम्युनिकेशन को नया रूप देने वाली स्टोरीटेलिंग पावरहाउस

0
16

हर ब्रांड की एक कहानी होती है, लेकिन हर कहानी अपने सही ऑडियंस तक नहीं पहुंच पाती। आज के इस जबरदस्त कॉम्पिटिटिव मार्केट में सिर्फ वही ब्रांड्स टिक पाते हैं जिनकी कहानियां लोगों के दिलों को छू जाती हैं। यही सोच लेकर चलते हैं Richy D. Alexander, जो Davidson PR & Communications के फाउंडर और CEO हैं। जर्नलिज़्म बैकग्राउंड और स्ट्रैटेजिक स्टोरीटेलिंग का पैशन लेकर Richy ने एक ऐसी एजेंसी बनाई जो पारंपरिक पब्लिक रिलेशंस से कहीं आगे जाती है। Davidson PR के ज़रिए उन्होंने ब्रांड्स और ऑडियंस के बीच कनेक्शन का तरीका ही बदल दिया — ताकि कहानियां सिर्फ सुनी न जाएं, बल्कि याद भी रखी जाएं।

शुरुआत की कहानी

Richy D. Alexander का करियर जर्नलिज़्म से शुरू हुआ — उन्होंने मुंबई में Infomedia18 (जो Network18 ग्रुप का हिस्सा था) में फीचर्स राइटर और बिज़नेस जर्नलिस्ट के तौर पर काम किया। इसके बाद वो जर्मन पब्लिकेशन DVV Media से जुड़ गए। 2009 की मंदी (recession) की वजह से वो वापस केरल लौटे और The New Indian Express, तिरुवनंतपुरम में थोड़े समय के लिए ट्रेनिंग ली। वहाँ एक्सपीरियंस्ड जर्नलिस्ट्स से घिरे होने की वजह से उन्हें करियर शिफ्ट का आइडिया मिला। मेंटर्स ने मोटिवेट किया, और उन्होंने PR की दुनिया में कदम रखा — पहले Thought Factory में PR एग्ज़ीक्युटिव के तौर पर और फिर Salt Mango Tree (केरल की पहली डिजिटल मीडिया एजेंसियों में से एक) में COO के रूप में।

2012 में Richy ने अपना खुद का कुछ बनाने की चाह में Davidson PR & Communications की शुरुआत की। शुरुआती साल काफी टफ थे — क्लाइंट्स लाना ही नहीं, बल्कि PR को लेकर लोगों की शंका भी एक बड़ी चुनौती थी। उस वक्त ज़्यादातर बिज़नेस PR को सही से समझते ही नहीं थे, और परिवार या दोस्तों से भी बहुत सपोर्ट नहीं मिला क्योंकि उन्हें एडवर्टाइज़िंग ही ज़्यादा फेमिलियर था। Richy ने क्लाइंट्स को समझाया कि PR का जर्नलिज़्म से गहरा कनेक्शन है और ये पब्लिक पर्सेप्शन को कैसे शेप कर सकता है।

“हमारे टैगलाइन के मुताबिक़ हम हमेशा ‘positively possible’ रहे — किसी भी बड़ी चुनौती से निपटने को तैयार,” Richy बताते हैं। वो एजेंसी की ग्रोथ का क्रेडिट उन शुरुआती क्लाइंट्स को देते हैं जिन्होंने उन पर भरोसा किया। आज उनकी 98% बिज़नेस referrals से आती है। Richy को सबसे ज़्यादा मोटिवेशन मिलता है — campaigns क्रिएट करने, crises हैंडल करने और अपने क्लाइंट्स को ग्रो करते देखने से। यही ‘kick’ उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती है।

Davidson PR & Communications

2012 में शुरू हुई Davidson PR & Communications ने केरल में startups के लिए स्ट्रक्चर्ड PR की नींव रखी। एक छोटे से 200 स्क्वायर फीट के ऑफिस से शुरू होकर आज ये एक पावरहाउस बन चुकी है — हेल्थकेयर, IT, हॉस्पिटैलिटी और स्पोर्ट्स जैसे सेक्टर्स में 400 से ज़्यादा क्लाइंट्स के साथ काम कर चुकी है। 2018 तक, ये Indian Oil Corporation Ltd. केरल के लिए क्राइसिस कम्युनिकेशन में इंडस्ट्री एक्सपर्ट बन चुकी थी। 2020 में एजेंसी ने अपना मीडिया नेटवर्क मेजर सिटीज़ में फैलाया, और 2022 में उन्हें Kerala IT Parks के साथ पहला गवर्नमेंट रिटेनर मिला। आज Davidson PR के पास रीज़नल और नेशनल लेवल पर 11 रिटेनर क्लाइंट्स हैं।

PR उनके लिए सिर्फ प्रेस रिलीज़ नहीं है — ये है पावरफुल स्टोरीटेलिंग। एजेंसी ब्रांड्स की आवाज़ ढूंढने में, अनकही कहानियों को बाहर लाने में, और एक लंबा असर छोड़ने में मदद करती है। आठ लोगों की टीम के साथ, वो Kochi के Panampilly Nagar और Trivandrum के Kowdiar में ऑफिस चलाते हैं। उनके क्लाइंट्स में KFON, K-SMART, KIMSHEALTH Trivandrum, Apollo Adlux Hospital, Kerala Blasters FC जैसे नाम शामिल हैं।

“हमारे ब्रांड नेम की तरह — जो David और Goliath की कहानी से इंस्पायर्ड है — हम हर चैलेंज को शार्प और स्ट्रैटेजिक स्टोरीटेलिंग से तोड़ने की कोशिश करते हैं,” Richy बताते हैं। Davidson PR का विज़न है — ट्रेडिशनल कम्युनिकेशन से आगे जाकर ऐसी कहानियां गढ़ना जो ब्रांड की credibility बनाएं। और मिशन है — ब्रांड्स को इंडस्ट्री इनसाइट्स, स्टोरीटेलिंग और डेटा-ड्रिवन PR के ज़रिए स्ट्रैटेजिकली कम्युनिकेट करना ताकि वो कॉम्पिटिटिव मार्केट में आगे रहें।

क्या बनाता है इन्हें सबसे अलग

Davidson PR & Communications सिर्फ एक PR एजेंसी नहीं है — ये क्लाइंट्स की जर्नी में एक डेडिकेटेड पार्टनर है, जो उनकी कहानियों को उस तरह पेश करती है जैसे वो डिज़र्व करते हैं। एजेंसी कई सर्विसेज़ देती है — जैसे Corporate Reputation Management, Public Relations, Election & Political Campaigns, Image Building, Crisis Communication, Public Affairs, Advocacy, Content Creation, और Digital Media। उनका hands-on अप्रोच क्लाइंट्स को आगे रखता है — लगातार मॉनिटरिंग, moment marketing और डीप मीडिया इनसाइट के ज़रिए।

“PR हमारे लिए सिर्फ एक जॉब नहीं है — ये हमारी पहचान है,” Richy कहते हैं।

Davidson PR को अलग बनाता है — रियल चैलेंज को पहचानना, गैप्स को समझना और effective strategies बनाना। चाहे वो गवर्नमेंट क्लाइंट्स हों, कॉरपोरेट्स हों या startups, एजेंसी हर क्लाइंट की PR जरूरतों को गहराई से समझती है और बड़ी आसानी से उन्हें हैंडल करती है।

उनकी सबसे बड़ी ताक़त है — storytelling। वो ऐसी कहानियां बनाने में माहिर हैं जो मीडिया का ध्यान खींचें और ऑडियंस से गहराई से जुड़ें। साथ ही, वो जर्नलिज़्म और PR के बीच बैलेंस भी बनाए रखते हैं — ताकि हर कम्युनिकेशन जर्नलिस्ट्स की ज़रूरतों के मुताबिक़ हो और साथ ही ब्रांड के स्ट्रैटेजिक गोल्स के साथ भी फिट बैठे। वो हर कम्युनिकेशन में 5 Ws और 1 H (What, When, Where, Why, Who, How) को शामिल करते हैं — जिससे स्टोरीटेलिंग असरदार और स्मूद बन जाती है।

सक्सेस को नया मतलब देना

Richy कहते हैं, “Davidson PR & Communications में सफलता का मतलब सिर्फ अवॉर्ड्स नहीं है — असली सफलता तब होती है जब हम अपने क्लाइंट्स के लिए रियल इम्पैक्ट क्रिएट करते हैं।” जब भी एजेंसी किसी ब्रांड की पब्लिक पर्सेप्शन बदलने में, किसी क्राइसिस को मैनेज करने में या मीडिया में उनकी मौजूदगी मजबूत करने में मदद करती है — वही उनकी जीत होती है।

उनका फोकस हमेशा ब्रांड्स के साथ पार्टनरशिप पर रहा है — उन्हें उनकी खुद की कहानी की पावर समझाने और उनकी जर्नी में गाइड करने पर, ताकि हर कदम एक मकसद के साथ बढ़े।

उनकी सबसे गर्व की उपलब्धियों में से एक थी — केरल के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर को नेशनल लेवल पर ले जाना। उन्होंने केरल के फाइव-स्टार होटलों की लीडरशिप को हाइलाइट किया और State Tourism Director के साथ मिलकर नेशनल और इंटरनैशनल मीडिया कवरेज दिलाई — जिससे केरल की टूरिज़्म स्टोरी और भी मजबूत बन गई।

सालों में एजेंसी को PRCI और IRPRA जैसे मंचों से भी सम्मान मिला — खासकर arts, sports, और culture से जुड़ी उनकी कैंपेन्स और media relations में उनकी एक्सीलेंस के लिए।

ट्रेंड से आगे रहना ही असली गेम

Davidson PR & Communications में adaptability यानी खुद को बदलते वक्त के साथ ढालना ही सबसे बड़ी कुंजी है। PR में आगे रहने का मतलब है — हर वक्त मीडिया ट्रेंड्स को मॉनिटर करना, अपनी स्ट्रैटेजीज़ को अपडेट करते रहना, और ट्रेडिशनल व डिजिटल एप्रोच के बीच बैलेंस बनाए रखना।

मजबूत मीडिया रिलेशनशिप्स और ऑडियंस इनसाइट की मदद से ये एजेंसी ऐसी कहानियां बनाती है जो सच में लोगों को छू जाती हैं।

आज एजेंसी का फोकस है — एक ‘regional national agency’ बनना। यानी उनकी जड़ें तो केरल में हों, लेकिन ब्रांड्स को नेशनल स्टेज तक पहुँचाना। जियोग्राफिकली एक्सपैंड करने के बजाय Davidson PR, local voices को नेशनल मीडिया में amplify करता है — ताकि केरल की कॉर्पोरेट और गवर्नमेंट अचीवमेंट्स को देशभर में पहचान मिल सके।

Richy कहते हैं, “मुझे एक स्ट्रॉन्ग PR टैलेंट पूल बनाना बहुत ज़रूरी लगता है। अगर हम यंग प्रोफेशनल्स को सही मौके दें, तो हम PR की अगली जनरेशन तैयार कर सकते हैं — जो स्किल्ड भी हो और इंडस्ट्री को आगे ले जाने के लिए रेडी भी।”

आगे देखते हुए, एजेंसी को regional PR में जबरदस्त पोटेंशियल दिखता है। COVID के बाद ज़्यादा ब्रांड्स को अपनी वैल्यू का एहसास हुआ है, और Davidson PR अब ऐसे लोकलाइज़्ड कैंपेन्स के लिए तैयार है जो हाई-इम्पैक्ट डालें। टीम का मकसद है — गवर्नमेंट सेक्टर के साथ अपना काम और बढ़ाना, उनकी सक्सेस स्टोरीज़ को सामने लाना, और केरल के PR लैंडस्केप में अपनी पकड़ और भी मज़बूत करना।

लीडरशिप मंत्रा

नई जनरेशन के PR प्रोफेशनल्स को सलाह देते हुए Richy कहते हैं: “न्यूज़ को ध्यान से पढ़ें। बहुत लोग मीडिया की असली वैल्यू को नजरअंदाज़ कर देते हैं, लेकिन अगर आपको इम्पैक्टफुल स्टोरी बनानी है, तो आपको पूरी तरह अपडेट रहना होगा। क्विक न्यूज़ बाइट्स ठीक हैं, लेकिन डीप रीडिंग सबसे ज़रूरी है। ज़्यादा रिसर्च करें, डिटेल्ड आर्टिकल्स पढ़ें — यही सबसे बेस्ट तरीका है शोर से अलग निकलने का। अगर आपको स्टोरीटेलिंग का पैशन है और हार न मानने वाली ज़िद है, तो ये इंडस्ट्री आपको ज़रूर अपनाएगी। अगर मैं कर सका, तो कोई भी कर सकता है!”

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here