आदित्य और सजल साहनी – फाउंडर्स – एलेम कंज़्युमर टेक प्रा. लि.
हर सक्सेसफुल ब्रांड के पीछे एक असली प्रॉब्लम होती है, जो बेहतर सॉल्यूशन की डिमांड करती है। आदित्य और सजल साहनी के लिए यह मतलब था डेली हाउसहोल्ड प्रॉडक्ट्स के स्टेटस-क्वो को चैलेंज करना। आज जब इंडियन कंज़्युमर्स ज्यादा सेफ, सस्टेनेबल और स्मार्ट सॉल्यूशन्स ढूंढ़ रहे हैं, तो कई होमग्रोन डी२सी ब्रांड्स सामने आ रहे हैं। इस बदलाव की अगुवाई कर रहा है एलेम कंज़्युमर टेक प्रा. लि., एक बूटस्ट्रैप्ड स्टार्टअप जो भारतीय घरों को एफेक्टिव, नेचुरल और रिस्पॉन्सिबल प्रॉडक्ट्स देने के मिशन पर है—वो भी ऐसे जो वेलनेस, कन्वीनियंस और ज़िम्मेदारी को बैलेंस करते हों। जहाँ ग्राहकों को पहले प्राइस और क्वालिटी में से किसी एक को चुनना पड़ता था, वहीं एलेम ने एक ऐसा गैप पहचाना जहाँ दोनों को एकसाथ दिया जा सकता है।
ब्रांड की शुरुआत की कहानी
एलेम कंज़्युमर टेक की कहानी शुरू हुई उत्तराखंड के रुड़की में साहनी परिवार के एक छोटे से कमरे से। जब महामारी आई, तो आदित्य, जो पेशे से एक इंजीनियर हैं, जर्मनी में एक रिसर्च रोल छोड़कर इंडिया लौटे। वहीं सजल ऑनलाइन एमबीए कर रहे थे। उनके पास न कंज़्युमर गुड्स का एक्सपीरियंस था और न ही इंडस्ट्री कनेक्शन्स—उनका सफर बिल्कुल भी आसान नहीं था।
“हमारे पास बस एक सिंपल आइडिया था: डेली प्रॉब्लम्स को सिंपल, एफेक्टिव और रिस्पॉन्सिबल प्रॉडक्ट्स से सॉल्व करना,” आदित्य बताते हैं। लेकिन इस आइडिया को एक बिज़नेस में बदलना बिल्कुल अलग लड़ाई थी। उन्होंने शुरुआती फेज़ में कई गलतियाँ कीं—गलत हायरिंग, प्रॉडक्ट लॉन्च में देरी, क्वालिटी इशूज़। लेकिन हर गलती एक सीख बनी।
“हमने इंडिया के दिल से शुरुआत की—एक टियर-३ सिटी से—जहाँ लोग क्वालिटी भी चाहते हैं, अफॉर्डेबिलिटी भी और ऑथेंटिसिटी भी,” सजल बताते हैं। “यही हमारा फोकस था—ऐसे प्रॉडक्ट्स बनाना जो असरदार हों, सेफ हों और मिडल-क्लास बजट का सम्मान करते हों।”
बूटस्ट्रैपिंग के चलते कई मुश्किल फैसले लेने पड़े। कभी-कभी उन्हें नया प्रॉडक्ट लॉन्च करने और अपनी टीम को सैलरी देने के बीच एक को चुनना पड़ा। लेकिन उन्होंने अपनी एनर्जी इंटरनल प्रोसेसेज़, डीटेल्ड एसओपीज़, और एक ऐसी टीम कल्चर बनाने में लगाई जो ईमानदारी और रेज़िलिएंस पर आधारित हो।
जो सफर एक छोटे कमरे और एक सिंपल आइडिया से शुरू हुआ था, वो अब एक ऐसा ब्रांड बन चुका है जो इंटेग्रिटी, इनोवेशन, और अपने कस्टमर्स से रियल कनेक्शन को रिप्रेज़ेंट करता है।
“हम बस एक और स्टार्टअप नहीं बनना चाहते थे,” आदित्य कहते हैं। “हम एक ऐसा ब्रांड बनाना चाहते थे जो उस मिट्टी से पैदा हो जिसमें हमने कदम रखे हैं—जो रियल प्रॉब्लम्स को रियल इनोवेशन से सॉल्व करे।”
सजल भी इससे पूरी तरह सहमत हैं।
प्रॉडक्ट रेंज
सालों की मेहनत से एलेम ने तीन ब्रांड्स में 30 से ज़्यादा प्रॉडक्ट्स की एक सॉलिड पोर्टफोलियो तैयार की है:
क्विकलीन: स्मार्ट, इको-फ्रेंडली होम क्लीनिंग सॉल्यूशन्स
गूम्म्म: अफोर्डेबल, प्रोफेशनल-ग्रेड कार और बाइक केयर
आरईपीएल (REPL): हर्बल इंसेक्ट और पेस्ट रिपेलेंट्स, जो बच्चों और पेट्स के लिए सेफ हैं
क्विकलीन में टप और शावर क्लीनर जैसे प्रॉडक्ट्स शामिल हैं, जो इंडियन घरों में आम हार्ड वॉटर स्टेन्स से निपटते हैं। इसके अलावा ग्लास क्लीनर, किचन डिग्रीज़र, फ्लोर डिसइंफेक्टेंट और स्नीकर्स व शू क्लीनर भी हैं।
गूम्म्म ने इंडियन ऑटो केयर में एक बड़ी कमी को पूरा किया है। इसमें स्क्रैच रिमूवर्स, ऑल-इन-वन कार पॉलिश, इंटीरियर और अपहोल्स्ट्री क्लीनर, विंडशील्ड वॉशर फ्लूइड और एयर फ्रेशनर्स शामिल हैं—जो खासतौर पर लोकल कंडीशन्स के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। कार शैम्पू, टायर पॉलिशर और बाइक केयर प्रॉडक्ट्स भी इस रेंज में आते हैं।
REPL ने ऐसे नेचुरल, प्लांट-बेस्ड रिपेलेंट्स बनाए हैं जिनमें हार्श केमिकल्स नहीं होते। इनके प्रॉडक्ट्स में मॉस्किटो, कॉकरोच, चूहा और छिपकली भगाने वाले स्प्रे शामिल हैं—सब बच्चों और पेट्स के लिए पूरी तरह से सेफ हैं।
ब्रांड के पीछे की सोच
कैटेगिरी और एसकेयूज़ से हटकर, एलेम को खास बनाता है इनका इन-हाउस आरएंडडी और कस्टमर फीडबैक को लेकर कमिटमेंट। “हमारे प्रॉडक्ट्स पेशेंस, परफेक्शनिज़्म और परसिस्टेंस से बने हैं,” आदित्य बताते हैं। उन्होंने एक ऐसा सिस्टम तैयार किया है जो जर्मन प्रिसिज़न (आदित्य के रिसर्च बैकग्राउंड से) और इंडियन प्रैक्टिकलिटी (सजल के ऑपरेशन्स माइंडसेट से) का बेस्ट कॉम्बिनेशन है।
ग्रिट और दिल से बनी लीडरशिप
एलेम की लीडरशिप बनी है ज़मीन से—ग्रिट, हमिलिटी, और ऑन-द-जॉब लर्निंग से। आदित्य की इंजीनियरिंग बैकग्राउंड ने प्रोसेस-ड्रिवन अप्रोच दी, तो सजल के एमबीए ने बिज़नेस और ऑपरेशन्स को शार्प किया।
शुरुआत में दोनों हर काम खुद करते थे। आदित्य कहते हैं, “जब तक आप खुद अपने विज़न में पूरी तरह यकीन नहीं दिखाते, लोग भी नहीं मानते।” यही हैंड्स-ऑन स्टाइल बाद में एक ओनरशिप और रेज़िलिएंस कल्चर की नींव बना।
जैसे-जैसे कंपनी बढ़ी, आदित्य ने डेली ऑपरेशन्स से हटकर टीम मेंटरिंग शुरू की और सजल ने स्ट्रैटेजी व ग्रोथ पर फोकस किया। सजल कहते हैं, “लोगों को हार्ड वर्क से डर नहीं लगता—उन्हें कन्फ्यूज़न से डर लगता है।” इसलिए उनकी लीडरशिप में ट्रांसपेरेंसी और इम्पैथी हमेशा रही।
उनके वैल्यूज़—इंटेग्रिटी, इम्पैथी, क्लैरिटी, लर्निंग, और पीपल फर्स्ट अप्रोच—हमेशा एक जैसे रहे हैं। आदित्य की डेटा-ड्रिवन सतर्कता और सजल की बोल्ड इंस्टिंक्ट्स के बीच बैलेंस बनाते हुए वे साथ में एक ऐसा मिशन चला रहे हैं जो स्मॉल टाउन टैलेंट को भी आगे बढ़ने का मौका देता है।
सक्सेस के माइलस्टोन्स
जहाँ एक वक्त दोनों भाई खुद ऑर्डर पैक करते थे, आज वो हर महीने हज़ारों यूनिट्स शिप कर रहे हैं। बिना किसी एक्सटर्नल फंडिंग के गूम्म्म और REPL को लॉन्च करना और अमेज़न, फ्लिपकार्ट, और क्विक कॉमर्स पर सक्सेस देखना उनके लिए एक बड़ा अचीवमेंट रहा है।
आदित्य को आज भी वो दिन याद है जब उनके प्रॉडक्ट्स को लगातार फाइव-स्टार रिव्यूज़ मिले और वो अमेज़न टॉप रिकमेंडेशन में दिखने लगे। लेकिन सजल कहते हैं, “हमारे लिए असली जीत वो टीम है जो शुरुआत से हमारे विज़न में यकीन करती आई है।”
“द सीईओ मैगज़ीन में फीचर होना,” आदित्य कहते हैं, “हम दोनों भाइयों के लिए एक इमोशनल रिमाइंडर है कि एक सपना लेकर शुरू की गई जर्नी कितनी दूर तक आ चुकी है।”
आगे का रास्ता
एलेम अब एक हाई-ग्रोथ फेज के लिए पूरी तरह तैयार है, जिसकी ताकत है—इनोवेशन, एजिलिटी, और कस्टमर सेंट्रिक अप्रोच। कंपनी का साफ लक्ष्य है कि वह 2027 के अंत तक ₹100 करोड़ का एनुअल रन रेट (ARR) हासिल करे। इसके लिए एलेम अपने प्रॉडक्ट पोर्टफोलियो को 50 से ज़्यादा इको-फ्रेंडली और हाई परफॉर्मेंस एसकेयूज़ तक बढ़ा रहा है—क्विकलीन, गूम्म्म, और REPL के तहत।
साथ ही, कंपनी Zepto, Blinkit जैसी क्विक कॉमर्स प्लेटफॉर्म्स पर अपनी मौजूदगी को मज़बूत कर रही है और इंटरनेशनल मार्केट में भी एंट्री की तैयारी में है—with formulations adapted for ग्लोबल कंप्लायंस।
ऑपरेशंस की बात करें तो टीम ऑटोमेशन, सप्लाई चेन ऑप्टिमाइज़ेशन, और अडवांस्ड एनालिटिक्स में इन्वेस्ट कर रही है ताकि क्वालिटी से कोई समझौता किए बिना स्केलेबिलिटी हासिल की जा सके। स्मार्ट टूल्स के ज़रिए टीम को रीयल-टाइम इनसाइट्स मिलती हैं, जिससे वे तेजी से कंज़्यूमर ट्रेंड्स का जवाब दे पाते हैं।
लीडरशिप मंत्रा
एमएस धोनी की शांति से भरी लीडरशिप और मुकेश अंबानी की विज़नरी सोच से इंस्पायर होकर, आदित्य और सजल एक ऐसा लीडरशिप स्टाइल अपनाते हैं जो इमोशनल इंटेलिजेंस और स्ट्रैटेजिक क्लैरिटी का परफेक्ट कॉम्बिनेशन है।
दोनों का मानना है कि कंटीन्युअस लर्निंग ज़रूरी है—वो रेगुलरली पढ़ते हैं, खुद पर काम करते हैं, और अलग-अलग बैकग्राउंड वाले लोगों के साथ कनेक्ट रहते हैं। उनकी डेली रूटीन में एक्सरसाइज़, मेडिटेशन, और फैमिली टाइम शामिल है, जो उन्हें एक बैलेंस्ड लीडर बनाए रखता है।
नए लीडर्स को सजल की सलाह है:
“गलतियों को स्टेपिंग स्टोन की तरह अपनाओ, इम्पैथी से लीड करो, और परफॉर्मेंस से पहले ट्रस्ट बनाओ। सफलता रातों-रात नहीं मिलती, लेकिन इंटेग्रिटी, कंसिस्टेंसी और ग्रोथ माइंडसेट तुम्हें बहुत आगे तक ले जाएगा।”
एक-दूसरे के भाई और को-फाउंडर होने के नाते, उन्होंने सीखा है कि एक-दूसरे की स्ट्रेंथ्स को बैलेंस करना और साथ में इवॉल्व करना बिज़नेस के लिए कितना ज़रूरी है।
“बिज़नेस सिर्फ प्रॉडक्ट्स और प्रॉफिट्स का नहीं, लोगों और वैल्यूज़ का भी खेल है,” आदित्य कहते हैं।
आपका ब्रांड, एलेम की एक्सपर्टीज़
एलेम नए आंत्रप्रेन्योर्स और प्राइवेट ब्रांड ओनर्स के साथ भी पार्टनर करता है ताकि ऑटो केयर, होम केयर, और हर्बल रिपेलेंट्स जैसे सेगमेंट में हाई-क्वालिटी प्रॉडक्ट्स को मार्केट में उतारा जा सके।
इन-हाउस आरएंडडी, टेस्टेड फॉर्म्युलेशन्स, और मॉडर्न प्रॉडक्शन सेटअप के साथ, एलेम प्राइवेट लेबल मैन्युफैक्चरिंग को आसान बनाता है—प्रॉडक्ट डेवलपमेंट से लेकर पैकेजिंग और कंप्लायंस तक।
चूंकि 30+ प्रॉडक्ट्स पहले ही इनके खुद के ब्रांड्स के तहत मार्केट में टेस्ट हो चुके हैं, एलेम दूसरों को भी वही एक्सपर्टीज़, स्पीड, और फ्लेक्सिबिलिटी देता है जो तेजी से ग्रो करने के लिए जरूरी होती है—खासकर कॉम्पिटिटिव कैटेगिरीज़ में।