ग्लोबल बिज़नेस में सक्सेस एक रात में नहीं मिलती। इसके पीछे सालों की मेहनत, भरोसा और एक्सीलेंस के लिए कमिटमेंट होता है। विद्या शंकर रमैय्यर, जो शिवराम एसोसिएट्स के Founder & CEO हैं, इसे अच्छे से समझते हैं। उनका सफर एकदम साधारण तरीके से शुरू हुआ — टाइपराइटर बेचने से। लेकिन अगले 30+ सालों में उन्होंने उस छोटे से काम को एक ऐसे करियर में बदल दिया जिसमें सेल्स, मार्केटिंग और ग्लोबल एक्सपैंशन की गहरी समझ है।
आज शिवराम एसोसिएट्स एक भरोसेमंद नाम है, जो ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल बैटरी सेक्टर में ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स को 14 देशों में ग्रो करने में मदद करता है। लेकिन ये मुकाम आसान नहीं था — विद्या की सक्सेस के पीछे है शार्प स्ट्रैटेजी, एडैप्टेबिलिटी और क्वालिटी पर जबरदस्त फोकस।
शिवराम एसोसिएट्स: पावर और एनर्जी सोल्यूशंस का आपका पार्टनर
2014 में शुरू हुई शिवराम एसोसिएट्स एक फास्ट-ग्रोइंग एक्सपोर्ट मार्केटिंग और मैनेजमेंट कंसल्टेंसी है, जो खासकर ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल बैटरी सेगमेंट में स्पेशलाइज करती है। कंपनी का मिशन है — मैन्युफैक्चरर्स और ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स के साथ सस्टेनेबल रिलेशनशिप्स बनाना, और उन्हें सुपीरियर परफॉर्मेंस के ज़रिए वैल्यू देना। इसी वजह से आज ये इंटरनैशनल मार्केट्स में एक स्ट्रॉन्ग रेप्युटेशन बना चुकी है।
इसका विज़न है — ग्लोबल पावर और एनर्जी सोल्यूशंस बिज़नेस में एक प्रॉमिसिंग इंटरनैशनल मार्केटिंग और मैनेजमेंट कंसल्टिंग प्रोवाइडर बनना, जिसमें क्वालिटी, रिलायबिलिटी और स्ट्रैटेजिक मार्केट एक्सपैंशन का जबरदस्त कमिटमेंट हो।
शिवराम एसोसिएट्स अपने क्लायंट्स को मार्केटिंग सर्विसेज और प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी देती है — जिससे वो बेस्ट बैटरी मैन्युफैक्चरर्स से कनेक्ट हो सकें। कंपनी ग्लोबल इन्वेस्टर्स को ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट्स सेटअप करने, नए वेंचर्स लॉन्च करने, और सिस्टम्स व प्रोसेसेज़ को स्ट्रीमलाइन करने में भी मदद करती है।
इसके अलावा, कंपनी इंटरनैशनल ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स को इंडियन और ग्लोबल मार्केट्स में बिज़नेस ऑपर्च्युनिटीज़ एक्सप्लोर करने में सपोर्ट करती है और प्रोडक्ट परफॉर्मेंस को ऐक्टिवली मॉनिटर भी करती है ताकि सस्टेन्ड ग्रोथ बनी रहे।
चेन्नई में हेड ऑफिस होने के साथ-साथ, अब इनका नया ऑफिस UAE में RVS International FZE के नाम से शुरू हो चुका है। शिवराम एसोसिएट्स लगातार इंटरनैशनल ट्रेड को बढ़ावा दे रही है — मैन्युफैक्चरर्स को ग्लोबल चांसिस से जोड़कर और उन्हें मार्केटिंग, मैनेजमेंट और स्ट्रैटेजिक बिज़नेस एक्सपैंशन में एक्सपर्ट गाइडेंस देकर।
द एंटरप्रेन्योरियल लीप
37 साल से ज्यादा का सेल्स और मार्केटिंग एक्सपीरियंस रखने वाले विद्या शंकर रमैय्यर एक बहुत ही सीज़न्ड प्रोफेशनल हैं जिन्हें नेशनल और इंटरनैशनल मार्केट्स की गहरी समझ है। उनका करियर कई इंडस्ट्रीज़ को छू चुका है — जैसे टाइपराइटर, बाथरूम एक्सेसरीज़, पेंट्स, मॉड्यूलर किचन्स — लेकिन सबसे खास ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल बैटरी का एक्सपीरियंस रहा है।
बिज़नेस कंसल्टेशन और न्यू वेंचर डेवेलपमेंट के स्पेशलिस्ट के तौर पर विद्या शंकर ने बिज़नेस स्ट्रैटेजी, मार्केट प्लानिंग, डिस्ट्रीब्यूशन प्रोग्राम डेवलपमेंट, प्राइसिंग, ब्रांडिंग एंड कम्युनिकेशन, एंट्री स्ट्रैटेजीज़, और इंटरनैशनल बिज़नेस डेवलपमेंट जैसे कई एरियाज़ में बिज़नेस को गाइड किया है।
25 साल तक उन्होंने इंटरनैशनल मार्केट्स में बैटरियां बेचीं, और इस इंडस्ट्री के लिए जो जुनून और एक्साइटमेंट था — वही उन्हें बैटरी एक्सपोर्ट मार्केट में एंटरप्रेन्योरशिप की तरफ ले गया। इसी से शिवराम एसोसिएट्स की नींव पड़ी। उनके विज़न और हैंड्स-ऑन एक्सपीरियंस ने कंपनी को ग्लोबल बैटरी इंडस्ट्री में एक भरोसेमंद नाम बना दिया।
कॉम्प्रिहेन्सिव बिज़नेस और ट्रेड सोल्यूशंस
शिवराम एसोसिएट्स “पावर और एनर्जी” सोल्यूशंस देने का काम करता है, जिसमें इसकी मार्केटिंग सर्विसेज और कंसल्टेंसी एक्सपर्टीज़ शामिल है। कंपनी के कई ग्लोबल ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल बैटरी मैन्युफैक्चरर्स के साथ एक्सक्लूसिव टाई-अप्स हैं, जिससे ये बेस्ट क्वालिटी प्रोडक्ट्स सुनिश्चित कर पाती है।
मिडिल ईस्ट, अफ्रीका, LATAM और ईस्ट एशिया जैसे रीज़न्स में कई ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स के लिए काम करते हुए, कंपनी मैन्युफैक्चरर्स को इंटरनैशनल मार्केट्स से जोड़ने का काम करती है।
किसी भी बिज़नेस की रीढ़ उसकी कस्टमर बेस होती है, और शिवराम एसोसिएट्स इस बात को समझते हुए बेस्ट-इन-क्लास कस्टमर सर्विस को प्राथमिकता देती है। कंपनी को कॉस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन प्रोसेसेज़ की गहरी समझ है, जिससे ये सुनिश्चित किया जाता है कि क्लायंट्स को कम्पेटिटिव प्राइसिंग मिले — वो भी बिना क्वालिटी से समझौता किए।
बैटरी मार्केटिंग के अलावा, कंपनी बिज़नेस कंसल्टेशन, न्यू वेंचर सपोर्ट, सिस्टम और मैनेजमेंट सोल्यूशंस, और इंटरनैशनल बिज़नेस डेवलपमेंट सर्विसेज भी देती है — जिससे ब्रांड्स को ग्लोबल मार्केट्स में एक मज़बूत पकड़ बनाने में मदद मिलती है।
चुनौतियों को मौक़े में बदलना
शुरुआती सालों में, शिवराम एसोसिएट्स को इंटरनैशनल ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स से ठंडी प्रतिक्रिया मिली, क्योंकि ज़्यादातर कंपनियां सीधे मैन्युफैक्चरर्स से डील करना पसंद करती थीं — किसी थर्ड पार्टी मैनेजमेंट सिस्टम से नहीं। उनका भरोसा जीतना एक स्लो प्रोसेस था, लेकिन लगातार एफर्ट और ट्रस्ट बिल्डिंग से कंपनी ने धीरे-धीरे कुछ की ट्रेडिंग ग्रुप्स के साथ मजबूत रिश्ते बना लिए।
एक्सपोर्ट बिज़नेस बहुत ही वोलाटाइल और अनप्रेडिक्टेबल होता है। कई एक्सटर्नल फैक्टर्स इसके ऑपरेशन्स को प्रभावित करते हैं — जैसे करंसी फ्लक्चुएशन, रॉ मटेरियल कॉस्ट, इम्पोर्ट ड्यूटीज़, वेस्ट एशिया में एंटी-डम्पिंग रेगुलेशंस और ओशन फ्रेट चार्जेस का बढ़ना।
फिर भी, शिवराम एसोसिएट्स ने हमेशा इन चैलेंजेस को एक प्रोऐक्टिव अप्रोच से हैंडल किया — जिससे रुकावटें ही मौक़े बन गईं।
“हमारे लिए सबसे बड़ा चैलेंज रहा है — वर्ल्ड-क्लास प्रोडक्ट्स को कम्पेटिटिव प्राइस पर देना, वो भी स्ट्रॉन्ग आफ्टर-सेल्स सर्विस के साथ। कस्टमर रिटेंशन और बिज़नेस परफॉर्मेंस में कंसिस्टेंसी बनाए रखना भी एक बड़ा फोकस एरिया रहा है,” शेयर करते हैं श्री विद्या शंकर।
लेकिन फिर भी, उन्होंने इन सबको सक्सेसफुली नेविगेट किया — साथ ही हर देश के क्वालिटी नॉर्म्स और सर्टिफिकेशंस का पालन करते हुए, जिससे उनके ब्रांड्स को ग्लोबल मार्केट्स में स्ट्रॉन्ग पोजिशनिंग मिली।
एक्सीलेंस की माइलस्टोन्स
शिवराम एसोसिएट्स की सबसे बड़ी अचीवमेंट्स में से एक रही है — दुनिया भर में टॉप बैटरी मैन्युफैक्चरर्स की पहचान करना। इसके लिए उन्होंने OEM एंडोर्समेंट्स, क्वालिटी चेक्स, फाइनेंशियल क्रेडिबिलिटी और ओवरऑल असेसमेंट जैसे फैक्टर्स पर काम किया।
इस अप्रोच ने कंपनी को अलग-अलग ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स को बेस्ट क्वालिटी बैटरियां ऑफर करने में मदद की जिससे लॉन्ग टर्म रिलेशनशिप्स बनीं।
“मेरे लिए सबसे ज़रूरी सीख यही रही है — क्रिटिकल सिचुएशंस में कूल रहना। सिर्फ वेंडर्स, मैन्युफैक्चरर्स और ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स ही नहीं, बल्कि रिटेल नेटवर्क्स और कस्टमर्स के साथ भी अच्छा रिलेशन बनाए रखना जरूरी है, क्योंकि ये एक सक्सेसफुल बिज़नेस की नींव हैं।” कहते हैं श्री विद्या शंकर।
इनकी कॉम्पिटिटिव एज
हर देश के मार्केट डायनामिक्स को ध्यान में रखते हुए, शिवराम एसोसिएट्स अपने प्रोडक्ट्स को Good, Better, Best रेंज में ऑफर करता है — जिससे ट्रेडिंग नेटवर्क में मार्केटिंग और सेलिंग आसान हो जाती है।
साथ ही, कंपनी ऐसे सेलेक्टेड मैन्युफैक्चरर्स के साथ भी काम करती है जो Zero Import Duty वाले देशों से आते हैं।
“इन सभी स्ट्रैटेजीज़ की वजह से हमारे ऑफर्स हर देश के इम्पोर्टर्स के लिए अट्रैक्टिव बनते हैं,” बताते हैं श्री विद्या शंकर।
कंपनी बदलते ट्रेंड्स और टेक्निकल अपडेट्स से लगातार जुड़ी रहती है और अलग-अलग देशों के PEST फैक्टर्स (Political, Economic, Social, Technological) को क्लोज़ली मॉनिटर करती है। ये लगातार मार्केट शिफ्ट्स और टेक्नोलॉजिकल एडवांसमेंट्स का एनालिसिस करके अपनी स्ट्रैटेजीज़ को अपडेट करते हैं।
“उदाहरण के तौर पर, कुछ महीने पहले हम Make in India प्रोग्राम के तहत कई इंडियन ब्रांड्स को प्रमोट कर रहे थे,” वे आगे जोड़ते हैं।
10 सालों की ग्रोथ की कहानी
शिवराम एसोसिएट्स एक एक्सपोर्ट मार्केटिंग और मैनेजमेंट कंसल्टेंसी फर्म है, जिसे शुरू हुए 10 साल हो चुके हैं। ये फर्म ग्लोबल मैन्युफैक्चरिंग स्टैंडर्ड्स रखने वाली रेप्यूटेड कंपनियों के साथ एक्सक्लूसिव कॉन्ट्रैक्ट्स एनालाइज़ और साइन करने में एक्सपर्ट है। अब तक कंपनी ने GCC, अफ्रीका और साउथ अमेरिका के 14 देशों की लीडिंग ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स को अपनी सर्विसेज़ दी हैं।
आगे का प्लान है कि ईस्ट एशिया, वेस्ट एशिया और SAARC देशों में डिस्ट्रीब्यूटर्स अपॉइंट करके बिज़नेस को और बढ़ाया जाए।
2014 में जब इस ग्रुप ने अपना सफर शुरू किया था, तब इसका बिज़नेस जनरेशन सिर्फ ₹17 लाख का था और वो भी एक ही इंडियन मैन्युफैक्चरर के साथ। लेकिन आज, शिवराम एसोसिएट्स ने कई मैन्युफैक्चरर्स के लिए अच्छा खासा रेवेन्यू जनरेट किया है।
कंपनी ने अब तक एशिया और अफ्रीका में 30 से ज़्यादा मेजर ट्रेडिंग कॉन्ग्लोमरेट्स को सर्व किया है — और ये संभव हुआ है ग्लोबल मैन्युफैक्चरर्स के सपोर्ट से। अब इनका लॉन्ग-टर्म विज़न है कि ये 40 देशों में अपनी मौजूदगी बनाएं और अपने ट्रस्टेड वेंडर्स की ब्रांड्स को इंटरनैशनल मार्केट्स में स्थापित करें।
2025 में, शिवराम एसोसिएट्स ने अपना नया कंसल्टिंग फर्म, RVS International FZE, UAE में शुरू किया है ताकि बिज़नेस को अगले लेवल तक ले जाया जा सके। प्लान है कि शिवराम एसोसिएट्स और RVS International FZE मिलकर 10 लीडिंग ग्लोबल ऑटोमोटिव और इंडस्ट्रियल बैटरी मैन्युफैक्चरर्स के पसंदीदा और ट्रस्टेड पार्टनर्स बनें। अब तक 7 मैन्युफैक्चरर्स के साथ एक्सक्लूसिव कॉन्ट्रैक्ट्स साइन हो चुके हैं।
कंपनी का एक और टारगेट है कि ये वेस्ट एशिया रीजन में ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट्स सेटअप करने में लीडिंग प्रोजेक्ट कंसल्टेंट बने।
“हमने एक मजबूत नींव से शुरुआत की थी, और अब हम भविष्य की तरफ देख रहे हैं — एक लीडिंग ऑर्गनाइज़ेशन बनने की महत्वाकांक्षा के साथ, जो ऑटोमोटिव प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ में टॉप पर हो। हम मौजूदा क्लायंट्स के पैट्रनिज का सम्मान करते हैं और नए क्लायंट रिलेशनशिप्स की खोज में लगे हैं,” कहते हैं श्री विद्या शंकर।
आगे की तैयारी
कंपनी अब ग्लोबल बैटरी डिस्ट्रीब्यूशन में बिज़नेस पार्टनरशिप्स खोज रही है और लक्ष्य है कि ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड प्रोजेक्ट्स (ऑटोमोटिव, इन्वर्टर और सोलर बैटरियों के लिए) में लीडिंग प्रोजेक्ट कंसल्टेंट बने। ये सोलर पार्क प्रोजेक्ट्स खासतौर पर वेस्ट एशिया और अफ्रीका रीजन के पावर-डिफिशिएंट देशों को सपोर्ट करेंगे।
RVS International FZE ने ऑटोमोटिव प्रोडक्ट्स और सर्विसेज़ में अपने लिए एक खास जगह बना ली है। ये एक फास्ट-ग्रोइंग ऑर्गनाइज़ेशन है जिसने बहुत कम समय में इंटरनैशनल कस्टमर्स का भरोसा जीत लिया है।
अब तक का सफर
2014 – एक्सपोर्ट मार्केटिंग और मैनेजमेंट कंसल्टेंसी के रूप में स्थापना।
2015-2020 – 15+ मैन्युफैक्चरर्स के साथ मिलकर ग्लोबल प्रेज़ेंस बनाना।
2021 – अपनी और मैन्युफैक्चरर ब्रांड्स को प्रमोट करने के लिए एक्सक्लूसिव कॉन्ट्रैक्ट्स साइन किए।
2022 – 14+ देशों में ऑपरेशन्स का विस्तार, ट्रस्टेड ब्रांड पार्टनर्स अपॉइंट किए।
2023–अब तक – SMF VRLA, AGM, ट्यूब्यूलर, सोलर और ट्रैक्शन बैटरियों के साथ इंडस्ट्रियल सेगमेंट में पकड़ मजबूत की और स्टीडी एनुअल टर्नओवर बनाए रखा।
करंट पोर्टफोलियो – कंपनी 30+ इम्पोर्टर्स और डिस्ट्रीब्यूटर्स के साथ काम करती है और मोटरसाइकिल, ऑटो-रिक्शा, पैसेंजर कार्स, ट्रक्स, ट्रैक्टर्स और इंडस्ट्रियल अप्लिकेशंस के लिए बैटरियों की डायवर्स रेंज ऑफर करती है।
कोर स्ट्रेंथ – हमेशा हाई-क्वालिटी प्रोडक्ट्स को कम्पेटिटिव प्राइसेज़ पर डिलीवर करना, जिससे पार्टनर्स को सस्टेनेबल ग्रोथ मिलती है — वो भी मार्जिनल प्रॉफिट मार्जिन्स पर ऑपरेट करके।
भविष्य की राह
शिवराम एसोसिएट्स उन ग्लोबल मैन्युफैक्चरर्स के साथ काम करता है जो लेटेस्ट बैटरी टेक्नोलॉजीज़ जैसे SMF बैटरियों, EFB टेक्नोलॉजी और AGM टेक्नोलॉजी को तेजी से अपनाते हैं। अब कंपनी EV व्हीकल्स और लिथियम/सोडियम बैटरी मैन्युफैक्चरिंग में भी एंट्री कर रही है — और इस बैटरी रिवॉल्यूशन का हिस्सा बन रही है।
साथ ही, कंपनी AI टेक्नोलॉजी और मशीन लर्निंग को भी अपना रही है ताकि फ्यूचर मार्केट में खुद को बनाए रखे।
अब कंपनी प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी में भी कदम रख रही है — खासकर ग्लोबल इन्वेस्टर्स को ग्रीनफील्ड और ब्राउनफील्ड बैटरी प्रोजेक्ट्स सेटअप करने में सपोर्ट देने के लिए। इसमें कंपनी का एक अहम फोकस है सोलर पार्क प्रोजेक्ट्स पर — खासतौर पर उन देशों में जहां पावर डिफिशिएंसी है। ये इनिशिएटिव Make in India प्रोग्राम को सपोर्ट करेगा और विदेशों में स्किल्ड और अनस्किल्ड वर्कर्स के लिए रोज़गार के अवसर पैदा करेगा।
इंडस्ट्री अब AI और मशीन लर्निंग जैसे प्रोग्रेसिव ट्रेंड्स की तरफ जा रही है। कंपनियां अब डेटा सिलोज़ को तोड़कर डेटा-ड्रिवन कल्चर बनाने में इन्वेस्ट कर रही हैं और AI टूल्स के लिए डेटा तैयार कर रही हैं।
“जैसा कि मैंने पहले भी बताया, अब हम खुद को मार्केटिंग कंसल्टेंसी फर्म से प्रोजेक्ट कंसल्टेंसी में तब्दील कर रहे हैं — ताकि पावर और एनर्जी सोल्यूशंस सेक्टर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स को सपोर्ट कर सकें,” कहते हैं श्री विद्या शंकर।
एक स्ट्रक्चर्ड अप्रोच जिसमें की प्लेयर्स की पहचान, उनकी स्ट्रेंथ्स का मैपिंग और आउटरीच स्ट्रैटेजी का इम्प्लीमेंटेशन शामिल है — यही फ्यूचर में बने रहने की कुंजी है। कंपनी को उम्मीद है कि AI एडॉप्शन में तेजी आएगी — जिससे डेटा-ड्रिवन डिसीजन मेकिंग और बिज़नेस परफॉर्मेंस बेहतर हो सकेगा।
लीडरशिप मंत्रा
नए एंटरप्रेन्योर्स को सलाह देते हुए श्री विद्या शंकर कहते हैं: “आज के दौर में बडिंग एंटरप्रेन्योर्स के पास अनगिनत मौके हैं — डोमेस्टिक रिक्वायरमेंट्स और एक्सपोर्ट बिज़नेस दोनों को एक्सप्लोर करने के लिए। दुनिया के कई देशों में कई चीज़ों की कमी है, और नए एंटरप्रेन्योर्स को वही लो-हैंगिंग फ्रूट्स पहचान कर आगे बढ़ना चाहिए।”