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भारत में लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट कैसे बनें

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भारत में इंश्योरेंस सेक्टर तेजी से विकसित हो रहा है, और इसके साथ ही लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट्स के लिए नए करियर ऑप्शन्स भी खुल रहे हैं। यह प्रोफेशन न केवल फाइनेंशियल स्टेबिलिटी देता है, बल्कि दूसरों की मदद करने का मौका भी देता है।

अगर आपको सेल्स का शौक है और क्लाइंट्स की ज़रूरतें समझते हुए उन्हें सही सलाह देने में मजा आता है, तो लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट बनना आपके लिए एक शानदार करियर चॉइस हो सकता है। आइए जानते हैं कि भारत में लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट कैसे बन सकते हैं, क्या योग्यता चाहिए और इसमें क्या फायदे हैं।

भारत में लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट कैसे बनें?

लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट बनना एक लुकरटीव करियर है, जहाँ आप लोगों के फाइनेंशियल फ्यूचर को सिक्योर करके उनके जीवन में पॉज़िटिव चेंज ला सकते हैं। फुल-टाइम या पार्ट-टाइम दोनों ही ऑप्शन खुले हैं। नीचे दिए गए स्टेप्स को फॉलो करें:

1. रोल और ज़िम्मेदारियाँ समझें

सबसे पहले यह समझना ज़रूरी है कि एक लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट की भूमिका क्या होती है:

  • क्लाइंट्स को अलग-अलग इंश्योरेंस पॉलिसीज़ की जानकारी देना।
  • उनकी फाइनेंशियल ज़रूरतों के अनुसार सबसे उपयुक्त पॉलिसी सजेस्ट करना।
  • इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स बेचना और हर सेल पर कमिशन कमाना।
  • क्लेम प्रोसेस में ग्राहकों की मदद करना और उन्हें संतुष्ट रखना।

इसके अलावा, एक प्रोफेशनल एजेंट को कम्युनिकेशन स्किल्स, कस्टमर सर्विस और सेल्स एक्सपर्टीज़ होनी चाहिए। इस काम में रिलेशनशिप बिल्डिंग, मार्केट ट्रेंड्स की समझ और पेपरवर्क मैनेजमेंट की भी ज़रूरत होती है।

2. शैक्षणिक योग्यता पूरी करें

कम से कम योग्यता है: 12वीं पास। हालांकि कुछ इंश्योरेंस कंपनियाँ बिज़नेस, फाइनेंस या इकॉनॉमिक्स में ग्रेजुएट्स को प्राथमिकता देती हैं।

कुछ स्पेशल कोर्सेज़ जैसे फाइनेंशियल प्लानिंग या इंश्योरेंस सर्टिफिकेशन आपकी वैल्यू और जॉब चांसेस को बढ़ा सकते हैं। इसके लिए लोकल जॉब पोस्टिंग्स को ध्यान से पढ़ें।

3. सही इंश्योरेंस कंपनी चुनें

एक अच्छी कंपनी चुनना बहुत ज़रूरी है। ऐसी कंपनियाँ देखें जो:

  • मजबूत ट्रेनिंग प्रोग्राम्स देती हैं,
  • अच्छी कमिशन स्कीम्स और इंसेंटिव्स देती हैं,
  • और जिनकी मार्केट में अच्छी रेप्युटेशन है।

4. ज़रूरी ट्रेनिंग लें

आईआरडीएआई (IRDAI) यानी इंश्योरेंस रेग्युलेटरी एंड डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के मुताबिक, आपको 50 घंटे की प्री-लाइसेंसिंग ट्रेनिंग करनी होगी। यह ट्रेनिंग ऑनलाइन या ऑफलाइन दोनों मोड्स में उपलब्ध होती है।

इस ट्रेनिंग में आपको सिखाया जाएगा:

  • इंश्योरेंस से जुड़े कानून और रेग्युलेशंस
  • लाइफ़ और हेल्थ इंश्योरेंस जैसे प्रोडक्ट्स
  • रिस्क मैनेजमेंट और फाइनेंशियल प्लानिंग
  • क्लेम्स प्रोसेसिंग और कस्टमर डीलिंग

5. आईआरडीएआई परीक्षा पास करें

ट्रेनिंग के बाद आपको IRDAI एग्ज़ाम देना होगा। यह एग्ज़ाम ऑब्जेक्टिव टाइप होता है और इसमें पूछे जाते हैं:

  • इंश्योरेंस प्रोडक्ट्स की डिटेल्स
  • सेल्स में नैतिक आचरण
  • IRDAI नियमों की समझ

एग्ज़ाम पास करने के बाद ही आप लाइसेंस के लिए एलिजिबल होंगे।

6. लाइसेंस प्राप्त करें

परीक्षा पास करने के बाद आपको अपना लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट लाइसेंस मिलेगा। इसके लिए आपको ये डॉक्युमेंट्स सबमिट करने होते हैं:

  • ट्रेनिंग कंप्लीशन सर्टिफिकेट
  • एग्ज़ाम पासिंग रिज़ल्ट

लाइसेंस मिलने के बाद आप लीगली इंश्योरेंस पॉलिसीज़ बेच सकते हैं और कमिशन कमा सकते हैं।

7. रिज़्यूमे बनाएं और अप्लाई करें

अब आप अपना रिज़्यूमे और कवर लेटर बनाकर लोकल जॉब्स के लिए अप्लाई कर सकते हैं। हर जॉब के हिसाब से अपना रिज़्यूमे कस्टमाइज़ करें ताकि आपकी प्रोफेशनल अप्रोच और एनर्जी साफ़ दिखे।

भारत में इंश्योरेंस एजेंट बनने की न्यूनतम योग्यता

  • आईआरडीएआई के अनुसार:
  • आपकी उम्र कम से कम 18 साल होनी चाहिए।
  • आपने कम से कम 10वीं या 12वीं पास की हो।
  • आपने अधिकृत इंश्योरेंस ट्रेनिंग प्रोग्राम पूरा किया हो।
  • आपने IRDAI एग्ज़ाम पास किया हो।

लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट बनने के फायदे

  • खुद के बॉस बनें – टाइम, क्लाइंट और वर्कप्लेस आप तय करते हैं।
  • इनकम की कोई लिमिट नहीं – हर पॉलिसी पर कमिशन है, मेहनत जितनी ज़्यादा, कमाई उतनी ज़्यादा।
  • कोई फाइनेंशियल इन्वेस्टमेंट नहीं – सिर्फ़ समय और डेडिकेशन चाहिए।
  • प्रोफेशनल ट्रेनिंग और सपोर्ट – इंडस्ट्री एक्सपर्ट्स से सीखने का मौका मिलता है।

अब जबकि आपको पता चल गया है कि भारत में लाइफ़ इंश्योरेंस एजेंट कैसे बनते हैं, तो आप इस करियर को आत्मविश्वास के साथ शुरू कर सकते हैं। सही ट्रेनिंग, कम्युनिकेशन स्किल्स और आईआरडीएआई एग्ज़ाम के साथ आप इस प्रोफेशन में सक्सेस पा सकते हैं।

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