विश्व पर्यटन दिवस हर साल 27 सितंबर को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य दुनिया भर में पर्यटन के सामाजिक, आर्थिक और सांस्कृतिक प्रभावों को उजागर करना है। यह दिन संयुक्त राष्ट्र विश्व पर्यटन संगठन (UNWTO) द्वारा 1980 में स्थापित किया गया था, और इसका मुख्य उद्देश्य जिम्मेदार, सतत और सुलभ पर्यटन को बढ़ावा देना है। 2024 में इस दिवस का मेजबान देश जॉर्जिया होगा, जहां की राजधानी त्बिलिसी इस साल के प्रमुख आयोजनों का केंद्र बनेगी।
2024 की थीम: पर्यटन और शांति
विश्व पर्यटन दिवस 2024 की थीम है “पर्यटन और शांति”। यह थीम इस बात पर जोर देती है कि कैसे पर्यटन विभिन्न संस्कृतियों के बीच मेलजोल बढ़ाने और समझ विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जब लोग यात्रा करते हैं और अलग-अलग संस्कृतियों के संपर्क में आते हैं, तो वे न केवल बाधाओं को तोड़ते हैं, बल्कि एक-दूसरे के साथ गहरे संबंध भी स्थापित करते हैं। यह आपसी संवाद न केवल सहिष्णुता को बढ़ावा देता है, बल्कि उन समुदायों की आर्थिक स्थिरता में भी योगदान देता है जहां पर्यटन फल-फूल रहा है।
विश्व पर्यटन दिवस का संक्षिप्त इतिहास
विश्व पर्यटन दिवस की शुरुआत 1980 में हुई थी, जब UNWTO के संविधान को 1970 में अपनाया गया था। पिछले कुछ दशकों में, यह दिवस एक वैश्विक आंदोलन में बदल गया है, जिसमें दुनिया भर के देश पर्यटन के लाभों को बढ़ावा देने के लिए सक्रिय रूप से भाग लेते हैं। इस दिन होने वाले आयोजनों में सम्मेलनों, कार्यशालाओं और सांस्कृतिक प्रदर्शनियों के माध्यम से लोगों और संगठनों को टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं में संलग्न होने के लिए प्रेरित किया जाता है।
जॉर्जिया: 2024 का मेजबान देश
2024 में जॉर्जिया को विश्व पर्यटन दिवस के आदर्श मेजबान के रूप में चुना गया है। पूर्वी यूरोप और पश्चिमी एशिया के संगम पर स्थित जॉर्जिया अपने समृद्ध इतिहास, अद्भुत प्राकृतिक दृश्यों और सांस्कृतिक विविधता के लिए जाना जाता है। हाल के वर्षों में देश में पर्यटन क्षेत्र में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है, और हर साल लाखों अंतरराष्ट्रीय पर्यटक यहां आते हैं। जॉर्जिया की प्राचीन चर्चें, प्रसिद्ध वाइन क्षेत्र और शानदार पर्वत श्रृंखलाएं सांस्कृतिक आदान-प्रदान को बढ़ावा देने और शांति की दिशा में पर्यटन के योगदान का एक उत्कृष्ट उदाहरण हैं।
पर्यटन का आर्थिक प्रभाव
पर्यटन स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। यह रोजगार के अवसर पैदा करता है और विशेष रूप से ग्रामीण क्षेत्रों में समुदायों को सशक्त बनाता है। सतत प्रथाओं को बढ़ावा देकर, पर्यटन उन क्षेत्रों में लंबे समय तक शांति और समृद्धि ला सकता है, जो ऐतिहासिक रूप से संघर्ष या आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे हैं। जिम्मेदार पर्यटन में शामिल होकर, पर्यटक जिन स्थानों पर जाते हैं, वहां सकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं।
विश्व पर्यटन दिवस 2024 के कार्यक्रम
जैसे-जैसे विश्व पर्यटन दिवस 2024 करीब आ रहा है, इस अवसर को मनाने और सतत पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा देने के लिए कई कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इनमें प्रमुख मुद्दों पर चर्चा करने वाले सम्मेलन, सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा करने के लिए कार्यशालाएं, और स्थानीय परंपराओं की समृद्धि को प्रदर्शित करने वाली सांस्कृतिक प्रदर्शनियां शामिल होंगी। प्रतिभागियों को पर्यटन के महत्व के बारे में जागरूक किया जाएगा कि यह वैश्विक एकता और समझ को कैसे बढ़ावा देता है।
सारांश
जैसे-जैसे हम विश्व पर्यटन दिवस 2024 का जश्न मना रहे हैं, हमें यह पहचानना चाहिए कि पर्यटन केवल मनोरंजन का साधन नहीं है, बल्कि यह शांति और समझ का एक उत्प्रेरक भी है। साथ मिलकर, हम जिम्मेदार और टिकाऊ पर्यटन प्रथाओं को बढ़ावा दे सकते हैं, जो दुनिया भर के समुदायों को लाभान्वित करें और एक समावेशी और सामंजस्यपूर्ण वैश्विक समाज की दिशा में मार्ग प्रशस्त करें। अधिक जानकारी के लिए, कृपया UNWTO की आधिकारिक वेबसाइट www.unwto.org/world-tourism-day-2024 पर जाएं।