IIT बॉम्बे और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी इन सेंट लुइस का संयुक्त उपक्रम

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भारत में पहला संयुक्त EMBA डिग्री प्रोग्राम

IIT बॉम्बे और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी की अनूठी पहल

IIT बॉम्बे और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी इन सेंट लुइस ने मिलकर भारत में पहला और एकमात्र संयुक्त EMBA (Executive Master of Business Administration) डिग्री प्रोग्राम शुरू किया है। यह प्रोग्राम कार्यरत पेशेवरों और उद्यमियों के लिए विशेष रूप से तैयार किया गया है, जिससे उन्हें भारतीय और अमेरिकी संस्थानों की संयुक्त डिग्री प्राप्त हो सके।

इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य भावी नेताओं को तैयार करना है, जो समाज और अपनी इंडस्ट्री में सकारात्मक बदलाव लाने, टिकाऊ व्यापार मॉडल बनाने और सामाजिक कल्याण और आर्थिक विकास में योगदान करने में सक्षम हों।

EMBA डिग्री प्रोग्राम का अवलोकन

IIT बॉम्बे और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी इन सेंट लुइस दुनिया के दो प्रतिष्ठित संस्थान हैं, जो वर्षों से बेहतरीन प्रतिभाओं को तैयार कर रहे हैं। इनका यह संयुक्त Executive MBA प्रोग्राम दुनिया में अपनी तरह का अनूठा कार्यक्रम है, जो भारतीय और अमेरिकी विश्वविद्यालय से एक साथ डिग्री प्रदान करता है।

इस कोर्स की मुख्य विशेषताएँ:

  • 18 महीने का रेजिडेंसी प्रोग्राम जिसमें 20 मॉड्यूल शामिल हैं।
  • इनमें से 17 मॉड्यूल मुंबई में और शेष 3 वाशिंगटन डीसी और सेंट लुइस में पूरे किए जाते हैं।
  • सफलतापूर्वक कोर्स पूरा करने वाले प्रतिभागियों को IIT बॉम्बे और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी इन सेंट लुइस से संयुक्त (Executive) Master of Business Administration डिग्री प्राप्त होगी।
  • प्रतिभागियों को दोनों विश्वविद्यालयों का पूर्व छात्र (Alumni) दर्जा और इससे संबंधित विशेषाधिकार प्राप्त होंगे।

गोपाल शुक्ला – IIT बॉम्बे-वाशिंगटन यूनिवर्सिटी संयुक्त उपक्रम के CEO

एक बहुआयामी नेतृत्वकर्ता की यात्रा

गोपाल शुक्ला एक उद्यमी और CEO हैं, जिनके पास शिक्षा, IT, HR टेक, रिटेल और बिज़नेस एश्योरेंस इंडस्ट्री में व्यापक अनुभव है। वह विभिन्न विभागों और संस्कृतियों में नेतृत्व और टीम विकास में निपुण हैं।

वर्तमान में, वह IIT बॉम्बे-वाशिंगटन यूनिवर्सिटी संयुक्त उपक्रम के CEO के रूप में कार्यरत हैं। इस भूमिका में, वह वैश्विक शिक्षा के माध्यम से विश्वस्तरीय नेताओं को विकसित करने और इस संयुक्त उपक्रम की समग्र सफलता सुनिश्चित करने के लिए जिम्मेदार हैं। इसके अलावा, वह IIT बॉम्बे-वाशयू EMBA प्रोग्राम में ‘स्टार्टअप कंसल्टिंग’ (उद्यमिता) कोर्स भी पढ़ाते हैं।

इस पहल का हिस्सा बनने की प्रेरणा

गोपाल शुक्ला IIT बॉम्बे-वाशयू के पूर्व छात्र हैं। उनके नेतृत्व कौशल को संस्थान के प्रोफेसरों और नेतृत्वकर्ताओं ने पहचाना और उन्हें इस संयुक्त उपक्रम का नेतृत्व करने के लिए उपयुक्त पाया।

वह कहते हैं, “यह किसी भी व्यक्ति के लिए सपना सच होने जैसा है कि वह अपने ही संस्थान का नेतृत्व करे। इस अवसर के आने से पहले, मैंने इस वैश्विक प्रोग्राम की प्रतिस्पर्धा और इसकी संभावनाओं को भली-भांति समझ लिया था। मुझे पूरा विश्वास था कि यह प्रोग्राम भारत और विदेशों में सफल रहेगा।”

कौन कर सकता है यह कोर्स?

IIT बॉम्बे-वाशयू Executive MBA प्रोग्राम का उद्देश्य उद्योग में नवाचार और नेतृत्व को बढ़ावा देना है।

इस प्रोग्राम के लिए निम्नलिखित पेशेवर आवेदन कर सकते हैं:

  • CEO, CIO, CXO, डायरेक्टर, प्रेसिडेंट, VP/AVP, सीनियर मैनेजर, बिज़नेस हेड
  • उद्योग जगत के अनुभवी पेशेवर और उद्यमी

गोपाल शुक्ला कहते हैं, “इस प्रोग्राम में शामिल होने के लिए प्रतिभागियों के पास पर्याप्त अनुभव होना चाहिए और उन्हें अपने करियर में उन्नति और सफलता का प्रमाण देना आवश्यक है।”

आधुनिक शिक्षा प्रणाली में बदलाव

गोपाल शुक्ला के अनुसार, वर्तमान शिक्षा प्रणाली में तकनीक की भूमिका बढ़ गई है। एडटेक की नवीन सेवाएँ पारंपरिक शिक्षा प्रणाली की तुलना में कहीं अधिक कुशल और सुलभ हो गई हैं। अब शिक्षा केवल कक्षा आधारित नहीं रह गई है, बल्कि यह डिजिटल रूप से कहीं भी और कभी भी उपलब्ध हो रही है।

इस कोर्स में सफलता पाने के लिए महत्वपूर्ण बातें

सफलतापूर्वक कोर्स पूरा करने के लिए निम्नलिखित चार सिद्धांतों को अपनाना आवश्यक है:

  1. समय प्रबंधन: कार्य और अध्ययन के बीच संतुलन बनाना आवश्यक है।
  2. समर्पण: कोर्स की कठोरता को ध्यान में रखते हुए, असाइनमेंट, केस स्टडी और प्री-रीडिंग पर समय देना आवश्यक है।
  3. लक्ष्य-उन्मुखता: प्रत्येक मॉड्यूल को सफलतापूर्वक पूरा करने के लिए ध्यान केंद्रित रहना आवश्यक है।
  4. संसाधनों का अधिकतम उपयोग: शिक्षकों, सहपाठियों और एलुमनाई नेटवर्क का भरपूर लाभ उठाएँ।

IIT बॉम्बे-वाशयू संयुक्त उपक्रम की विशेषताएँ

  • यह दुनिया में अपनी तरह का अनूठा प्रोग्राम है, जो भारतीय और अमेरिकी विश्वविद्यालयों से संयुक्त MBA डिग्री प्रदान करता है।
  • अधिकतर शिक्षण संकाय अमेरिका से आते हैं और अंतरराष्ट्रीय केस स्टडीज़ और उदाहरणों के माध्यम से ग्लोबल एजुकेशन प्रदान करते हैं।
  • प्रतिभागियों को दोनों विश्वविद्यालयों के एलुमनाई नेटवर्क का लाभ मिलता है।

गोपाल शुक्ला कहते हैं, “हम ऐसे बदलाव प्रेरकों (Change Agents) को तैयार कर रहे हैं, जो वैश्विक दृष्टिकोण रखते हैं और अपने उद्योगों, समाज और व्यवसाय मॉडल में सकारात्मक बदलाव लाते हैं।”

इस संयुक्त उपक्रम का उद्देश्य

IIT बॉम्बे और वाशिंगटन यूनिवर्सिटी इन सेंट लुइस 2009 से साझेदारी में काम कर रहे हैं।

इस संयुक्त उपक्रम का मुख्य उद्देश्य:

  • व्यावसायिक नेतृत्व में नवाचार को बढ़ावा देना।
  • उद्योग जगत के पेशेवरों को विश्वस्तरीय शिक्षा प्रदान करना।
  • शिक्षा और उद्योग के बीच गहरा तालमेल बनाना।

गोपाल शुक्ला बताते हैं, “हम भारत और अन्य देशों के पेशेवरों तक इस अनूठे प्रोग्राम को पहुँचाना चाहते हैं। हमारा लक्ष्य उद्योग और प्रशासनिक सेवा के विशेषज्ञों को एक साथ लाकर वैश्विक नेतृत्व और नवाचार को बढ़ावा देना है।”

IIT बॉम्बे-वाशयू संयुक्त उपक्रम भारत के वरिष्ठ प्रबंधकों, कॉर्पोरेट लीडर्स, परिवार-स्वामित्व वाले व्यवसायों, रक्षा और सार्वजनिक क्षेत्र के अधिकारियों को आकर्षित कर रहा है। यह कार्यक्रम उन पेशेवरों के लिए एक शानदार अवसर है, जो अपने करियर को नई ऊँचाइयों तक ले जाना चाहते हैं।

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