Cyrus S. Poonawalla: सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पीछे का दूरदर्शी अरबपति

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सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के पीछे का दूरदर्शी अरबपति

Cyrus S. Poonawalla, भारत के व्यवसाय जगत में एक प्रमुख शख्सियत, उद्यमिता और नवाचार के प्रतीक हैं। वह Cyrus Poonawalla Group के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक हैं और उनकी सबसे बड़ी उपलब्धि सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया है, जो दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता है। आइए जानते हैं इस दूरदर्शी व्यवसायी के जीवन और उनकी प्रमुख उपलब्धियों के बारे में।

प्रारंभिक जीवन

Cyrus Poonawalla का जन्म 1941 में एक गुजराती पारसी (जोरोस्ट्रियन) परिवार में हुआ था, और उन्होंने संकल्प और महत्वाकांक्षा की एक समृद्ध विरासत प्राप्त की। उनके पिता, सोली पूनावाला, एक प्रसिद्ध घोड़े पालनकर्ता थे, जिन्होंने युवा साइरस में कड़ी मेहनत और जानवरों से प्रेम की भावना को बढ़ावा दिया, जो बाद में उनके उद्यमी सफर को आकार देने में मददगार साबित हुआ।

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया: एक ऐतिहासिक धरोहर

Cyrus Poonawalla का सबसे महत्वपूर्ण योगदान सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया है। 1966 में स्थापित, यह संस्थान उनके नेतृत्व में वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े वैक्सीन निर्माता के रूप में उभरा है, जो सालाना 1.5 बिलियन से अधिक वैक्सीन डोज़ का उत्पादन करता है।

सीरम इंस्टीट्यूट के पोर्टफोलियो में पोलियो, खसरा, फ्लू जैसी कई बीमारियों के लिए वैक्सीन्स शामिल हैं। Cyrus Poonawalla के विज़न और जन स्वास्थ्य के प्रति उनके प्रतिबद्धता ने सीरम इंस्टीट्यूट को दुनिया भर में समुदायों की सेवा करने में सक्षम बनाया, जिससे जानलेवा बीमारियों की रोकथाम और नियंत्रण में महत्वपूर्ण योगदान मिला।

सम्मान और पुरस्कार

Cyrus Poonawalla का चिकित्सा और स्वास्थ्य क्षेत्र में योगदान अनेक पुरस्कारों से सम्मानित हुआ। 2005 में, उन्हें भारत सरकार से प्रतिष्ठित पद्म श्री पुरस्कार मिला, जो उनकी चिकित्सा क्षेत्र में अद्वितीय उपलब्धियों का प्रतीक है।

उनकी उद्यमिता क्षमता ने उन्हें 2007 में एर्नस्ट एंड यंग द्वारा “उद्यमिता के लिए वर्ष का पुरस्कार” प्राप्त किया। 2015 में उन्हें फिर से एर्नस्ट एंड यंग द्वारा भारत के “उद्यमिता के लिए वर्ष का पुरस्कार” मिला। इसके अलावा, 2018 में उन्हें यूनिवर्सिटी ऑफ मैसाचुसेट्स मेडिकल स्कूल और 2019 में ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से मानद डॉक्टरेट की डिग्री भी मिली।

2019 में, उन्हें ‘ICMR लाइफटाइम अचीवमेंट मेडल’ से सम्मानित किया गया, जिसे बिल गेट्स ने उन्हें प्रदान किया।

परोपकारिता: एक पुण्य कार्य

Cyrus Poonawalla का योगदान केवल व्यवसाय और पहचान तक सीमित नहीं है, बल्कि उनका परोपकारिता कार्य भी महत्वपूर्ण है। मई 2019 में, उन्होंने यूक्रेन को 100,000 खसरे की वैक्सीन्स देने का प्रस्ताव रखा था, ताकि मुफ्त में टीकाकरण किया जा सके।

उनकी परोपकारी पहलों ने यह सिद्ध कर दिया कि उनका उद्देश्य केवल लाभ कमाना नहीं, बल्कि जीवन को बेहतर बनाना और लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराना है।

व्यक्तिगत जीवन और धरोहर

Cyrus Poonawalla की पत्नी, विलू पूनावाला, का 2010 में निधन हो गया था। उनके एक बेटे, आदर पूनावाला हैं, जो वर्तमान में सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के सीईओ हैं और अपने पिता की धरोहर को आगे बढ़ा रहे हैं। आदर के नेतृत्व में, सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया दुनिया का सबसे बड़ा वैक्सीन निर्माता बन चुका है।

आदर पूनावाला के नेतृत्व में, सीरम इंस्टीट्यूट ने COVID-19 महामारी के दौरान महत्वपूर्ण वैक्सीन उत्पादन किया और वैश्विक स्तर पर वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को सुगम बनाया। आदर की परोपकारी और सामाजिक प्रतिबद्धता को मान्यता मिली है, और उन्हें “फिलैंथ्रॉपिस्ट ऑफ द ईयर” का खिताब भी मिला।

निष्कर्ष

Cyrus S. Poonawalla की यात्रा एक साधारण पृष्ठभूमि से लेकर वैश्विक स्वास्थ्य में एक अहम शख्सियत बनने तक की प्रेरणादायक कहानी है। उनका नेतृत्व और दृढ़ संकल्प न केवल सीरम इंस्टीट्यूट को दुनिया के सबसे बड़े वैक्सीनेशन निर्माता के रूप में स्थापित करने में सहायक रहा, बल्कि उन्होंने कई जीवन बचाने के साथ साथ समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया।

उनकी उपलब्धियां और योगदान अब तक दुनिया भर में लोगों की जिंदगी को बेहतर बना रहे हैं और उनकी विरासत हमेशा प्रेरणा का स्रोत बनी रहेगी।

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