“एजुकेशन बाल्टी भरने जैसा नहीं है, बल्कि आग जलाने जैसा है।”
यह अनमोल कहावत विलियम बटलर यीट्स की है, जो आज के तेज़-तर्रार, परिणाम-केन्द्रित दौर में हमें याद दिलाती है कि असली शिक्षा सिर्फ जानकारी देना नहीं है, बल्कि प्रेरित करना है। असली शिक्षा सवाल पूछना सिखाती है, जवाब देने से ज़्यादा। आज जब शिक्षा का मतलब केवल अच्छे ग्रेड, रैंकिंग और नौकरी पाना हो गया है, तो यह ज़रूरी हो जाता है कि हम रुककर पूछें — असली मकसद क्या है? क्या यह सिर्फ नौकरी पाने तक सीमित है, या यह सशक्तिकरण का ज़रिया भी है?
यह गहरा नजरिया मिस एस.जे. रक्षाना, CEO और ट्रस्टी, जेरूसलम कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग में साफ़ झलकता है। उनके लिए शिक्षा का असली मकसद है — चरित्र निर्माण, जिज्ञासा और विवेक पैदा करना। वे मानती हैं कि सीखना जीवन भर चलने वाली यात्रा है, और अपने काम के ज़रिए वे युवा दिमागों को उद्देश्यपूर्ण पेशेवर और सामाजिक रूप से जिम्मेदार नागरिक बना रही हैं।
जेरूसलम कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग (JCE)
जेरूसलम कॉलेज ऑफ़ इंजीनियरिंग की स्थापना 1995 में जेरूसलम एजुकेशन ट्रस्ट के तहत हुई थी, ताकि गुणवत्ता पूर्ण इंजीनियरिंग शिक्षा दी जा सके। पिछले तीन दशकों में, यह कॉलेज इंजीनियरिंग शिक्षा में उत्कृष्टता के लिए जाना जाने लगा है।
चेन्नई के प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों और आईटी कॉरिडोर के नजदीक स्थित यह कॉलेज शिक्षा और काम के बीच एक पुल की तरह काम करता है। 2019 में कॉलेज को यूनिवर्सिटी ग्रांट्स कमीशन से ऑटोनोमस का दर्जा मिला, जो इसके सफर का एक महत्वपूर्ण पड़ाव था।
लेकिन JCE की असली ताकत इसकी इन्फ्रास्ट्रक्चर या लोकेशन नहीं, बल्कि इसके लोग हैं। फैकल्टी में अकादमिक विचारकों और इंडस्ट्री प्रोफेशनल्स का संतुलित मिश्रण है, जो छात्रों को दोनों दुनियाओं का श्रेष्ठ ज्ञान देता है। इसके अलुमनाई नेटवर्क में भारत और विदेशों में काम करने वाले प्रोफेशनल्स शामिल हैं, जो कॉलेज का नाम रोशन करते हैं।
कॉलेज को NAAC द्वारा मान्यता मिली है, और इसके बी.ई. बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन इंजीनियरिंग, और बी.टेक. इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी प्रोग्राम्स को NBA से भी मान्यता प्राप्त है।
कॉलेज का फैकल्टी समर्पित और सक्षम है, और इसका पाठ्यक्रम बदलती इंडस्ट्रियल और मार्केट की जरूरतों के अनुसार डिजाइन किया गया है। यही कारण है कि कॉलेज अकादमिक उत्कृष्टता के लिए लगातार प्रयासरत है। JCE में इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी में अंडरग्रेजुएट और पोस्टग्रेजुएट कोर्स उपलब्ध हैं, साथ ही MBA का एक समर्पित प्रोग्राम भी है।
छात्रों को नौकरी के लिए तैयार करने के लिए, कॉलेज में इंटर्नशिप को अनिवार्य किया गया है, और कई वैल्यू-एडेड कोर्स भी कराए जाते हैं। GATE और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए विशेष कोचिंग भी उपलब्ध है। इसके अलावा, कॉलेज समय-समय पर सेमिनार और कार्यक्रम आयोजित करता है, ताकि छात्रों को भारत और विदेशों में उच्च शिक्षा के लिए मार्गदर्शन मिल सके।
विज़न, मिशन और आगे का रास्ता
JCE का एक मजबूत विज़न है — एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उत्कृष्ट संस्थान बनना, जो उच्च गुणवत्ता वाली इंजीनियरिंग, टेक्नोलॉजी और मैनेजमेंट शिक्षा दे, और यह शिक्षा नैतिक और सामाजिक मूल्यों पर आधारित हो। इसके लिए यह विभिन्न अकादमिक प्रोग्राम, बहुविध अनुसंधान, कंसल्टेंसी और उद्यमशीलता गतिविधियों के ज़रिए सामाजिक परिवर्तन और राष्ट्र निर्माण में योगदान दे।
कॉलेज का मिशन भी इसी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। प्रबंधन, जो चेयरपर्सन के नेतृत्व में है, संसाधन जुटाने और अनुकूल नीतियां बनाने में लगा है ताकि ऐसे अकादमिक प्रोग्राम को बढ़ावा मिले जो वैश्विक प्रतिस्पर्धा के काबिल हों। इसके साथ-साथ कोर्स में इन-प्लांट ट्रेनिंग, सह-पाठ्यक्रम गतिविधियाँ, और एक ऐसा माहौल हो जो बौद्धिक विकास और कौशल अर्जन को प्रोत्साहित करे।
कॉलेज अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अनुसंधान कार्यक्रमों और निरंतर शिक्षा को बढ़ावा देता है, जो शिक्षा, उद्योग और अनुसंधान संस्थानों के सहयोग से वास्तविक समय के समाधान और आजीवन सीखने का अवसर देते हैं। संस्थान का उद्देश्य है कि युवा छात्रों को कुशल पेशेवर और उद्यमी बनाना, जो पेशेवर उत्कृष्टता के लिए प्रेरित हों, मानव मूल्यों से प्रेरित हों और नवाचारी प्रथाओं के माध्यम से समाज के कल्याण में सक्रिय रूप से लगे हों।
कॉलेज फैकल्टी और छात्रों के बीच प्रभावी संवाद को बढ़ावा देता है, और अलुमनाई, उद्योग, संस्थान और अन्य हितधारकों के साथ नेटवर्क बनाकर सफल करियर और प्लेसमेंट सुनिश्चित करता है।
विजन के पीछे की ताकत
मिस रक्षाना के लिए पढ़ाई कोई एक बार की चीज़ नहीं है, बल्कि ज़िंदगी भर चलने वाली यात्रा है। उनका मानना है कि असली पढ़ाई का मतलब है ऐसा इंसान बनाना जो समझदार हो, समाज के लिए सोचने वाला हो, और सही-गलत का फर्क समझे। वे स्वामी विवेकानंद की बात से बहुत प्रेरित हैं कि पढ़ाई वो है जो अंदर छुपी अच्छाई को बाहर लाए और देश बनाने में मदद करे।
उनका ये भी मानना है कि ज्ञान हर इंसान के अंदर पहले से होता है, बस उसे जगाने के लिए थोड़ी सी मदद चाहिए। मिस रक्षाना कहती हैं, “अच्छा शिक्षक वो होता है जो अपने दिल से छात्रों का दिल जोड़ दे।” उनके छात्र पढ़ाई में भी अच्छे हैं, और खेल-कूद और दूसरे कामों में भी।
उनकी प्रेरणा पढ़ाई की ताकत में है जो इंसान को बदल सकती है और समाज को बेहतर बना सकती है। वे संस्थान के पहले बनाए लोगों की सोच को आगे बढ़ा रही हैं और समाज में अच्छा काम करना चाहती हैं।
उनका सपना है कि छात्र अपनी रुचि को खोजें, अपनी काबिलियत बढ़ाएं और अच्छे नेता बनें। अच्छी पढ़ाई देकर वे हर किसी को आगे बढ़ाना चाहती हैं ताकि हमारा समाज ज़्यादा समझदार, दयालु और आगे बढ़ने वाला बने। उनकी नेतृत्व में ये कॉलेज एक ऐसा स्थान बन रहा है, जहाँ छात्र न सिर्फ अपना काम अच्छे से करें, बल्कि समाज के लिए भी कुछ करें।
बदलाव की अगुवाई
आज के समय में कॉलेजों के बीच कड़ी प्रतिस्पर्धा है। सबसे बड़ी चुनौती है छात्रों की सोच को बदलना, सिर्फ परीक्षा के नंबरों पर ध्यान देना छोड़कर असली हुनर सीखना। जेसीई इसी बदलाव में आगे है। मिस रक्षाना ने कॉलेज का पुराना पढ़ाई का तरीका बदलकर नए तरीके अपनाए। उन्होंने पढ़ाई को ज्यादा व्यावहारिक और नौकरी के लिए उपयोगी बनाया।
नई तकनीक कक्षा में लाई गई और शिक्षकों को भी नए तरीकों से पढ़ाने की ट्रेनिंग दी गई। छात्रों की राय को भी ज्यादा महत्व दिया गया ताकि वे अपनी पढ़ाई में खुद का योगदान दे सकें। मिस रक्षाना ने टीम के साथ मिलकर काम किया, सबकी राय सुनी और ज़रूरत के अनुसार बदलाव किए। उन्होंने जिम्मेदारी बांटी ताकि हर कोई अपने काम को अच्छे से निभाए। समय-समय पर कॉलेज की प्रगति की जाँच भी की।
जेसीई की खास बातें
जेसीई अपने नियम और सोच की वजह से अलग है। यहाँ पढ़ाई का स्तर बहुत अच्छा है, नए तरीके अपनाए जाते हैं, और शोध (रिसर्च) को बढ़ावा मिलता है। यहाँ ईमानदारी, न्याय और ज़िम्मेदारी को बहुत अहमियत दी जाती है, जिससे छात्रों और शिक्षकों के बीच भरोसा बनता है। हर तरह के छात्र को बराबरी का सम्मान मिलता है। कॉलेज में हमेशा नई चीजें सीखने की सोच है, ताकि छात्र अपनी ज़िंदगी और काम दोनों में आगे बढ़ें। छात्रों की ज़रूरतों को सबसे ऊपर रखा जाता है।
यहाँ पर्यावरण की भी देखभाल की जाती है ताकि आने वाली पीढ़ी के लिए बेहतर दुनिया बने। कॉलेज समाज सेवा के कामों में भी बढ़-चढ़कर हिस्सा लेता है और अलग-अलग संस्थानों के साथ मिलकर काम करता है। जेसीई के पास ऐसे कोर्स हैं जो आज के समय के उद्योगों के लिए ज़रूरी हैं। यहाँ की सुविधाएँ भी बहुत अच्छी हैं।
शिक्षक विषय के जानकार हैं और नए-नए शोध करते हैं जो शिक्षा और समाज दोनों के लिए फ़ायदेमंद हैं। यहाँ छोटे क्लासेज़ और मेंटरशिप से छात्र बेहतर सीखते हैं। छात्रों की मदद के लिए मानसिक स्वास्थ्य और करियर सलाह जैसी सेवाएँ भी मिलती हैं। कॉलेज का पुराना छात्र वर्ग (एलुमनी) भी बहुत सफल है, जिससे कॉलेज की अच्छी छवि बनी रहती है।
उद्देश्य और प्रगति से सफलता की परिभाषा
जेसीई के लिए सफलता का मतलब है अपने मिशन को लगातार पूरा करना और साथ ही छात्रों, शिक्षकों और पूरे समाज के लिए अच्छे नतीजे लाना। असली सफलता तब होती है जब छात्र पढ़ाई में अच्छा करते हैं, खासकर उनकी GPA अच्छी हो और पहले साल के मुख्य विषयों में प्रदर्शन मजबूत हो। कॉलेज छात्रों के हर साल पढ़ाई जारी रखने और समय पर डिग्री पूरी करने को भी बराबर महत्व देता है।
सफलता का मतलब एक ऐसा माहौल बनाना भी है जहाँ छात्र खुद को अपनापन महसूस करें, अपने ऊपर भरोसा करें और पढ़ाई और समाज के दोनों तरह के चैलेंज से निपट सकें। नया और ज़माने के हिसाब से बने हुए कोर्स देना और समाज के लिए असरदार रिसर्च करना भी कॉलेज की प्राथमिकता है। सामाजिक विकास के लिए कॉलेज अपने आउटरीच प्रोग्राम्स और पार्टनरशिप के जरिए लगातार काम करता रहता है। यही वजह है कि कॉलेज को कई पुरस्कार और मान्यता मिली हैं।
पुरस्कार और सम्मान:
- ब्रिलियंस बैज बी-स्कूल, डायमंड बैंड में ग्रेड A+ (India’s Finest B-School Rankings 2024)
- आऊटस्टैंडिंग सर्विस सर्टिफिकेट, MHW Rankings 2023
- एक्सीलेंस सर्टिफिकेट, OBE Rankings 2023 (R World Institutional Rankings)
- डायमंड बैंड इंडिया में अकादमिक उत्कृष्टता के लिए (India Academia Rankings 2023)
- गोल्ड बैंड रोजगार योग्यता और स्टार्टअप इकोसिस्टम रैंकिंग 2023 (R World Institutional Rankings)
- AAA रेटिंग, CAREERS 360 के तहत भारत के बेहतरीन इंजीनियरिंग संस्थान 2023
- गोल्ड सर्टिफिकेट ऑफ़ अप्रीशिएशन, एनर्जी स्वराज फाउंडेशन
- बैंड परफॉर्मर सर्टिफिकेट ऑफ़ अचीवमेंट, National Sustainability Impact Institution’s Ranking
- बेस्ट सपोर्टिंग कॉलेज अवॉर्ड 2023-2024, CSI
- बेस्ट प्रोजेक्ट अवॉर्ड 2024, CSI
- ISF बेस्ट स्टूडेंट वॉलंटियर अवॉर्ड 2023
- इंदिरा गांधी नेशनल NSS अवॉर्ड 2016
जेसीई का भविष्य
मिस रक्षाना कंपनियों के साथ अच्छे रिश्ते बनाने में विश्वास रखती हैं, ताकि इंटर्नशिप, अप्रेंटिसशिप और कोर्स को नौकरी के हिसाब से बेहतर बनाया जा सके। अभी जेसीई का फोकस विदेशी प्रोग्राम बढ़ाने पर है, ताकि छात्र अंतरराष्ट्रीय प्रोजेक्ट्स में हिस्सा लें और ग्लोबल इंडस्ट्री ट्रेंड के साथ तालमेल बैठा सकें।
मिस रक्षाना शिक्षकों को नई तकनीक और पढ़ाने के नए तरीके सिखाने पर जोर देती हैं, ताकि वे छात्रों को बेहतर तरीके से पढ़ा सकें। सामाजिक जुड़ाव वाले प्रोग्राम और मानसिक स्वास्थ्य संसाधनों को बढ़ाकर वे छात्रों के कॉलेज में टिके रहने और खुश रहने को बढ़ाना चाहती हैं।
अब उनका सबसे बड़ा लक्ष्य डिजिटल बदलाव को अपनाना और कॉलेज की गुणवत्ता को और बेहतर बनाना है। वे चाहते हैं कि कॉलेज तेज़ी से बदलते शिक्षा के माहौल में भी टॉप पर रहे, तकनीक का अच्छा इस्तेमाल करे, नए विचार लाए और छात्रों के अच्छे नतीजों पर फोकस करे। साथ ही भरोसे और मजबूती को बनाए रखे।
शिक्षा का क्षेत्र अब तेजी से बदल रहा है — नई तकनीक, बदलती छात्र की उम्मीदें और लचीले पढ़ाई के तरीके इसकी वजह हैं। मिस रक्षाना इन बदलावों के बीच कॉलेज को अपने असली मूल्य बनाए रखते हुए आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। AI, एडैप्टिव लर्निंग और ई-लर्निंग जैसे तकनीकों को अपनाकर और समानता, लचीलापन, और इंडस्ट्री सहयोग को बढ़ावा देकर वे जेसीई को शिक्षा के भविष्य का नेता बनाना चाहती हैं।
उनकी दूरदर्शी नेतृत्व से कॉलेज एक तेज़ी से बदलते वातावरण में भी अपने छात्रों और समाज को बेहतरीन सेवा देता रहेगा।
लीडरशिप मंत्र
शिक्षा के क्षेत्र में काम करना या अपना बिजनेस शुरू करना चुनौतीपूर्ण लेकिन फायदेमंद हो सकता है। मिस रक्षाना का सुझाव है: सबसे पहले यह तय करें कि शिक्षा के किस क्षेत्र में आप काम करना चाहते हैं। मार्केट की ज़रूरतें समझें और देखें कि आपकी सर्विस कहाँ काम आएगी।
शिक्षकों और स्कूल/कॉलेज के एडमिनिस्ट्रेटर्स से मिलकर उनकी परेशानियाँ जानें। एक साफ़ बिजनेस प्लान बनाएं जिसमें आपके लक्ष्य, टारगेट ऑडियंस, पैसे का हिसाब और काम करने का तरीका हो। नए ट्रेंड्स जैसे एडैप्टिव लर्निंग सिस्टम और मोबाइल एजुकेशन पर नज़र रखें। उच्च गुणवत्ता वाली शिक्षा देने के लिए अच्छे प्रोफेशनल्स को काम पर रखें और वैज्ञानिक पढ़ाने के तरीके अपनाएं।
अपने प्रोग्राम को समय-समय पर छात्र के फीडबैक और नतीजों के आधार पर सुधारते रहें। स्कूल, कम्युनिटी ग्रुप्स और बिजनेस के साथ पार्टनरशिप बनाएं ताकि आपकी पहुँच और भरोसा बढ़े। और सबसे जरूरी बात, इंडस्ट्री के दूसरे प्रोफेशनल्स से जुड़ें, उनके अनुभव से सीखें और अच्छे तरीके अपनाएं।